Students must start practicing the questions from CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions Set 11 are designed as per the revised syllabus.
CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi A Set 11 with Solutions
निर्धारित समय : 3 घंटे
अधिकतम अंक : 80
सामान्य निर्देश :
- इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और ‘ख’। खंड-क में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खंड-ख में वस्तुनिष्ठ/ वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘क’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ख’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड ‘क’
वस्तुपरक/बहुविकल्पीय प्रश्न (अंक : 40)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 5 = 5)
आत्मविश्वास मनुष्य की सबसे बड़ी पूँजी है। यह हमारे सभी आन्तरिक गुणों का शिरोमणि है, जिसके अभाव में हम लक्ष्य सिद्धि के प्रयत्नों से दूर हो जाते हैं। विद्यार्थी जीवन से ही हमें इस गुण का विकास स्वयं अपने अन्दर विकसित करना चाहिए, ताकि आने वाला भविष्य हमारे तात्कालिक लक्ष्यों से ओत-प्रोत और परिपूर्ण हो। आत्मविश्वास वस्तुतः अपनी शक्तियों की सच्ची पहचान का नाम है, अर्थात् अपनी कार्यक्षमता, कार्यकुशलता और योग्यता का ज्ञान और परख से रू-ब-रू होना और उस दिशा में अपने आपको झोंक देना तथा अपनी शक्तियों को कार्यरूप में परिणत करने की वास्तविकता ही आत्मज्ञान और आत्मविश्वास है। हमें जिस पदार्थ की कामना है, लिप्सा है उसकी सिद्धि के लिए हमें आत्मविश्वासी बनकर फल की प्राप्ति की साधना करनी होगी। दृढ़ निश्चय कीजिए, अटूट, अक्षय संकल्प कीजिए और अपने मार्ग की रुकावटों को प्रबल आत्मविश्वास से पराजित कीजिए। जिस प्रकार का व्यक्ति का आत्मविश्वास होगा, वैसी ही उसकी योग्यता होगी और उसी अनुपात में उसे फल की प्राप्ति होगी। यदि हमारी इच्छा अदम्य है तो प्रयत्न भी अदम्य होना चाहिए और उसका मूलाधार आत्मविश्वास ही है।
जिसमें आत्मविश्वास प्रबल होगा, दृढ़ इच्छा शक्ति होगी, वह व्यक्ति विपुल ज्ञान, अदम्य साहस और धन-सम्पत्ति का स्वामी होगा, हर मनोनुकूल क्षेत्र में विजेता होगा। आत्मविश्वास एक भावना है, एक अद्भुत गुण है, एक सर्वश्रेष्ठ आन्तरिक शक्ति है, एक आन्तरिक भावातिरेक है, जहाँ और जिस व्यक्ति के अन्दर इन गुणों को कार्यरूप में परिणत करने का साहस है, उत्साह है और शक्ति है, उसे सफलता और कार्यसिद्धि स्वतः ही प्राप्त हो जाती है। आत्मविश्वास ही साहस और उत्साह का जनक है, जीवन में कठोर परीक्षाएँ सम्मुख आएँ या कठिनाइयाँ बाधा डालें, आत्मविश्वासी को कोई भी परिस्थिति हतोत्साहित नहीं कर सकती।
(क) मनुष्य की सबसे बड़ी पूँजी क्या है?
(i) आत्मविश्वास
(ii) आत्ममंथन
(iii) तात्कालिक लक्ष्य
(iv) वह स्वयं
उत्तर:
(i) आत्मविश्वास।
(ख) आत्मविश्वास के अभाव में मनुष्य के साथ क्या होता है?
(i) उसमें आत्मनिर्भरता आ जाती है
(ii) वह लक्ष्य सिद्धि के प्रयत्नों से दूर हो जाता
(iii) उसका भविष्य उजज्वल हो जाता है
(iv) उसमें विपुल उत्साह आ जाता है
उत्तर:
(ii) वह लक्ष्य सिद्धि के प्रयत्नों से दूर हो जाता है।
(ग) किस प्रकार का व्यक्ति मन की इच्छा स्वरूप विजेता बन जाता है?
(i) उजज्वल भविष्य वाला
(ii) उत्साहित व्यक्ति
(iii) प्रबल आत्मविश्वासी व्यक्ति
(iv) हारा हुआ
उत्तर:
(iii) प्रबल आत्मविश्वासी व्यक्ति।
(घ) आत्मविश्वास वास्तव में किसका नाम है?
(i) आत्मज्ञानी का
(ii) अपनी शक्तियों की सच्ची पहचान का
(iii) अपने लक्ष्य का
(iv) लेखक का
उत्तर:
(ii) अपनी शक्तियों की सच्ची पहचान का।
(ङ) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिएकथन (A): आत्मविश्वासी मनुष्य के कार्य स्वयं सिद्ध हो जाते हैं।
कारण (R): किसी भी परिस्थिति में आत्मविश्वासी मनुष्य हतोत्साहित नहीं होता।
(i) कथन (A) गलत है किन्तु कारण (R) सही
(ii) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है
(iv) कथन (A) सही है किन्तु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है
उत्तर:
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से किसी एक पद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 5 = 5)
यदि आप इस पद्यांश का चयन करते हैं तो कृपया उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 2 में दिए गए पद्यांश-I पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं। मैंने धरती के गीत सुने, अम्बर की बातें क्या जानूँ ? धरती ने पहले भी बोल सुने, धरती पर पहला स्वर फूटा, धरती ने जीवन दान दिया, धरती पर जीवन सुख लूटा। धरती माता के आँचल में, ममतामय स्नेह-दुलार मिला, धरती ने आँसू झेले हैं, धरती पर पहला प्यार खिला। धरती ने स्वर्ण बिखेरा है, नभ की सौगातें क्या जानूँ? फूलों ने हँस मोहकता दी, कलियों ने मृदु मुस्कानें दीं, मंजरियों ने मोहकता दी कोकिल ने मधुमय तानें दीं। बल्लरियों ने गलबाँहें दे, प्राणों को नव संगीत दिया, काँटों ने कठिन परीक्षा ली, जीवन का प्ररेक गीत दिया।
सोने के दिन कब देख सका, चाँदी की रातें क्या जानूँ? सूरज धरती की छाती पर, सम्पूर्ण तेज अजमाता है, नभ अपने बज्र प्रहारों से, धरती के प्राण कपाता है। ज्वालामुखियों, भूकम्पों ने, धरती पर प्रलय मचाया है। मानव ने मानव के बाघ से, धरती पर खून बहाया है, लपटों-शोलों से खेला हूँ, शीतल बरसातें क्या जानूँ?
(क) कवि को धरती माँ के आँचल में क्या मिला?
(i) ममतामय स्नेह
(ii) सुख
(iii) अन्न
(iv) फल
उत्तर:
(i) ममतामय स्नेह।
(ख) फूलों और कलियों ने धरती को क्या-क्या सौगातें दी?
(i) फूल और पत्तियाँ
(ii) नवजीवन
(iii) मोहकता और मृदु मुस्कान
(iv) गलबाँहे
उत्तर:
(iii) मोहकता और मृदु मुस्कान।
(ग) धरती पर प्रलय होने का क्या परिणाम होता है?
(i) कुछ नहीं
(ii) धरती काँप जाती है
(iii) मनुष्य प्रसन्न हो जाता है
(iv) नई सौगातें आती हैं
उत्तर:
(ii) धरती काँप जाती है।
(घ) ‘लपटों शोलों से खेलने’ का क्या अर्थ है?
(i) धरती पर प्राकृतिक आपदाएँ आना निश्चित
(ii) धरती पर लपटें निकलती हैं।
(iii) धरती शोलों से जलने लगती है।
(iv) धरती पर आग लग जाती है।
उत्तर:
(i) धरती पर प्राकृतिक आपदाएं आना निश्चित है।
(ङ) पद्यांश के अनुसार कवि को धरती से क्या मिला है?
(I) जीवन दान
(II) स्नेह दुलार
(III) निराशा
(IV) जीवन सुख
विकल्प :
(i) काथन II सही है
(ii) कथन I, II व III सही हैं
(iii) कथन I, II व IV सही हैं
(iv) कथन I, II, III व IV सही हैं
उत्तर:
(iii) कथन I, II व IV सही हैं।
अथवा
यदि आप इस पद्यांश का चयन करते हैं तो कृपया उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 2 में दिए गए पद्यांश-II पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
जंगली फूलों ने लॉन के फूलों से
पूछा, बताओ क्या दुःख है
क्यों सूखे जा रहे हो
दिन प्रतिदिन मरे जा रहे हो !!
पीले, लाल, जामुनी, सफेद, नीले
पंचरंगे फूल बड़ी शान से
बिना पानी सड़क के किनारे
सूखे में खिल रहे थे
हर आते-जाते से बतिया रहे थे
डरते नहीं थे सर से निकलते
साँप से
ड्रोंगों के पतंगे को झपटने से
किंगफिशर की घोंसला बनाने की
तैयारी की चीख से
जंगली फूल खुश थे
कि गुलदस्ते में नहीं लगाए जाएंगे
धूप के तमतमाने पर भी इतराएँगे
जबकि सुंदर से सुंदर भी पिघलने, कुम्हलाने से नहीं बचेगा
वे जीने का उत्सव मनाते रहेंगे।
(क) धूप के तमतमाने पर भी कौन इतराएँगे?
(i) जंगली फूल
(ii) लॉन के फूल
(iii) गुलदस्ते
(iv) किंगफिशर
उत्तर:
(i) जंगली फूल।
(ख) काव्यांश में लॉन के फूल किसके प्रतीक हैं?
(i) निर्धन वर्ग के
(ii) सुविधा सम्पन्न वर्ग के
(iii) श्रमिक वर्ग के
(iv) सुन्दरता के
उत्तर:
(ii) सुविधा सम्पन्न वर्ग के।
(ग) जंगली फूल गुलदस्ते में नहीं लगाए जाने से क्यों खुश थे?
(i) क्योंकि वे वहाँ जाना नहीं चाहते थे
(ii) क्योंकि उन्हें सड़क पर उगना पसंद था
(iii) क्योंकि वहाँ जाने पर वे उनकी स्वच्छंदता उनसे छिन जाती
(iv) क्योंकि वह टूट जाते
उत्तर:
(iii) क्योंकि वहाँ जाने पर वे उनकी स्वच्छंदता उनसे छिन जाती
(घ) जीने का उत्सव कौन मनाएगा?
(i) जंगली फूल
(ii) लॉन के फूल
(iii) गुलदस्ते के फूल
(iv) संसार
उत्तर:
(i) जंगली फूल।
(ङ) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिएकथन (A) : किंगफिशर घोंसला बनाने की तैयारी कर रही थी।
कथन (R) : प्रत्येक जीव-जन्तु को स्वतंत्र रहकर जीना पसंद है।
(i) कथन (A) गलत है किन्तु कारण (R) सही
(ii) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है
(iv) कथन (A) सही है किन्तु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है
उत्तर:
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 4 = 4)
(क) पैसे देखते ही गरीब की आँखों में चमक आ गई। वाक्य का संयुक्त रूप होगा
(i) गरीब ने पैसा देखा और उसकी आँखों में चमक आ गई।
(ii) चमक आ गई गरीब की आँखों में पैसा देखकर।
(iii) जैसे ही गरीब ने पैसा देखा वैसे ही उसकी आँखों में चमक आ गई।
(iv) पैसा देखा गरीब ने चमक आ गई आँखों में।
उत्तर:
(i) गरीब ने पैसा देखा और उसकी आँखों में चमक आ गई।
(ख) विद्यालय समय पर जाने के लिए जल्दी उठो। वाक्य का मिश्र वाक्य में रूप होगा
(i) विद्यालय समय पर जाओ तो जल्दी उठो।
(ii) यदि विद्यालय समय पर जाना है तो जल्दी उठो।
(iii) समय पर विद्यालय जाने के लिए जल्दी उठो।
(iv) जल्दी उठो विद्यालय समय पर जाने के लिए।
उत्तर:
(ii) यदि विद्यालय समय पर जाना है तो जल्दी उठो।
व्याख्यात्मक हल:
मिश्र वाक्य में एक वाक्य दूसरे पर आश्रित होता है प्रधान उपवाक्य और आश्रित उपवाक्य समुच्चयबोधक अव्यय द्वारा जुड़े हुए होते
(ग) मोहन पिताजी के पैरों में गिरा और क्षमा माँगने लगा। वाक्य का सरल रूप होगा
(i) पैरों में गिरा मोहन पिताजी के चरणों में और क्षमा माँगने लगा।
(ii) मोहन गिरा पिताजी के चरणों में और क्षमा माँगने लगा।
(iii) मोहन पिताजी के पैरों में गिरकर क्षमा माँगने लगा।
(iv) गिरा मोहन पिताजी के पैरों में और क्षमा माँगने लगा।
उत्तर:
मोहन पिताजी के पैरों में गिरकर क्षमा माँगने लगा। व्याख्यात्मक हल-सरल वाक्य में एक उद्देश्य और एक क्रिया होते हैं। अतः यही सही उत्तर है।
(घ) घंटी बजते ही छात्र कक्षा में चले गए। वाक्य का मिश्र वाक्य में रूप होगा
(i) जैसे ही घंटी बजी वैसे ही छात्र कक्षा में चले गए।
(ii) घंटी बजी और छात्र कक्षा में चले गए।
(iii) छात्र कक्षा में चले गए जैसे ही घंटी बजी।
(iv) कक्षा में गए छात्र, घंटी बजी।
उत्तर:
(i) जैसे ही घंटी बजी वैसे ही छात्र कक्षा में चले गए।
व्याख्यात्मक हल:
मिश्र वाक्य में एक वाक्य दूसरे पर आश्रित होता है प्रधान उपवाक्य और आश्रित उपवाक्य समुच्चयबोधक अव्यय द्वारा जुड़े हुए होते हैं।
(ङ) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
1. तुम चाय लोगे या कॉफी? | (I) मिश्र वाक्य | |
2. उस लड़की को बुलाओ जिसने पीली फ्रॉक पहनी है।। | (II) सरल उपवाक्य |
3. पहली बार उसने इतना अच्छा अभिनय किया है। | (III) संयुक्त वाक्य |
विकल्प :
(i) 1 (III), 2 (I), 3 (II)
(ii) 1 (II), 2 (III), 3 (1)
(iii) 1 (I), 2 (II), 3 (III)
(iv) 1 (III), 2 (II), 3 (I)
उत्तर:
(i) 1 (III), 2 (I), 3 (II)
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 4 = 4)
(क) गरीबों का दर्द मुझसे देखा नहीं जाता। वाक्य का कर्तृवाच्य रूप होगा
(i) मैं गरीबों का दर्द नहीं देख सकता।
(ii) गरीबों का दर्द मेरे द्वारा नहीं देखा जा सकता।
(iii) नहीं देखा जा सकता मेरे द्वारा गरीबों का दर्द।
(iv) नहीं देख सकता दर्द गरीबों का।
उत्तर:
(i) मैं गरीबों का दर्द नहीं देख सकता।
(ख) भारतीय टीम खूब अच्छा खेली। वाक्य का भाववाच्य में रूप होगा
(i) खूब अच्छा खेली भारतीय टीम।
(ii) भारतीय टीम से अच्छा खेला गया।
(iii) अच्छा खेली भारतीय टीम खूब ।
(iv) खूब अच्छा भारतीय टीम खेली।
उत्तर:
(ii) भारतीय टीम से अच्छा खेला गया।
(ग) उस आदमी से कठिनाई से चला गया वाक्य का कर्मवाच्य में रूप होगा
(i) कठिनाई से चला गया उस आदमी से।
(ii) कठिनाई से चला गया उस आदमी से।
(iii) उस आदमी के द्वारा कठिनाई से चला जाता था।
(iv) कठिनाई से चला गया वह व्यक्ति।
उत्तर:
(iii) उस आदमी के द्वारा कठिनाई से चला जाता था।
(घ) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
1. इस भवन का उद्घाटन मंत्री जी द्वारा किया गया। | (I) कर्तृवाच्य |
2. मोटापा घटाने के लिए रोज तेज टहले। | (II) भाववाच्य |
3. उससे रोया नहीं जा सकता। | (III) कर्मवाच्य |
विकल्प :
(i) 1 (III), 2 (I), 3 (II)
(ii) 1 (II), 2 (III), 3 (I)
(iii) 1 (1), 2 (II), 3 (III)
(iv) 1 (III), 2 (II), 3 (I)
उत्तर:
(i) 1 (III), 2 (I), 3 (II)
(ङ) मोटापा घटाने के लिए रोजाना तेज़ टहलें वाच्य का भेद बताइए
(i) कर्तृवाच्य
(ii) कर्मवाच्य
(iii) भाववाच्य
(iv) वाच्य
उत्तर:
(iii) कर्तृवाच्य।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 4 = 4)
(क) विराज क्रिकेट खेल रहा था। रेखांकित पद का उचित परिचय होगा
(i) अकर्मक क्रिया, बहुवचन, भूतकाल।
(ii) सकर्मक क्रिया, एकवचन, भूतकाल।
(iii) द्विकर्मक क्रिया, बहुवचन, भूतकाल।
(iv) एककर्मक क्रिया, बहुवचन, भूतकाल।
उत्तर:
(ii) सकर्मक क्रिया, एकवचन, भूतकाल।
(ख) वह दरवाजे से बाहर आया। रेखांकित पद का उचित परिचय होगा
(i) जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन।
(ii) भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
(iii) व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
(iv) समूहवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
उत्तर:
(i) जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन।
(ग) तुम्हें कोई बुला रहा है। रेखांकित पद का उचित परिचय होगा
(i) निश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन।
(ii) पुरुषवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन।
(iii) सम्बन्धवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन।
(iv) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन।
उत्तर:
(iv) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन।
(घ) अभी-अभी मैंने दूरभाष पर बात की। रेखांकित पद का उचित परिचय होगा
(i) क्रियाविशेषण
(ii) संबंधबोधक अव्यय
(iii) समुच्चयबोधक अव्यय
(iv) विस्मयादिबोधक अव्यय
उत्तर:
(i) क्रियाविशेषण।
(ङ) टहलना एक अच्छा व्यायाम है। रेखांकित पद का उचित परिचय होगा
(i) भाववाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन।
(ii) जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
(iii) व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
(iv) समूहवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
उत्तर:
(ii) भाववाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 4 = 4)
(क) ‘चाहनहार सुवर्ण के, कविजन और सुनार’ – पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्प्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(i) श्लेष
व्याख्यात्मक हल:
यहाँ ‘सुवर्ण’ के अर्थ है-सुंदर रंग और सोना। अतः यहाँ श्लेष अलंकार है।
(ख) मोर-मुकुट की चन्द्रिकनु, यौँ राजत नँद नन्द। मनु ससि सेखर की अकस, किये सेखर सत – चन्द्र ॥’ पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्प्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(ii) उत्प्रेक्षा
व्याख्यात्मक हल:
यहाँ मोर पंख से बने मुकुट की चंद्रिकाओं (उपमेय) में शत-चन्द्र (उपमान) की संभावना व्यक्त की गई है। अतः यहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार है।
(ग) ‘मैं तो मात्र मृत्तिका हूँ कुंभ और कलश बनकर जल लाती तुम्हारी अंतरंग प्रिया हो जाती हूँ॥’ -पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्प्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(iii) मानवीकरण
व्याख्यात्मक हल:
यहाँ मृतिका अर्थात् मिट्टी कह रही है कि मैं कलश या कुंभ बनकर कार्य करती हूँ, जिसमें मदिरा या जल आदि को भरकर अंतरंग अर्थात् अकेलेपन की साथी या प्रिया बन जाती हूँ। अतः मानवीकरण अलंकार है।
(घ) ‘जो तनिक हवा से बाग हिली, लेकर सवार उड़ जाता था। राणा की पुतली फिरी नहीं, तब तक चेतक मुड़ जाता था – पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्प्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(iv) अतिशयोक्ति
व्याख्यात्मक हल:
चेतक घोड़े के बारे में काफी बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है। अतः अतिशयोक्ति अलंकार है।
(ङ) ‘तुम भूल गए क्या मातृ प्रकृति को, तुम जिसके आँगन में खेले-कूदे, जिसके आँगन में सोएजागे-पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है।
(i) श्लेष
(ii) उत्प्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(iii) मानवीकरण
व्याख्यात्मक हल:
यहाँ प्रकृति को माता के रूप में वर्गीकृत किया गया है। अतः यहाँ मानवीकरण अलंकार है।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 5 = 5)
बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी-जवानी-जिंदगी सब कुछ होम कर देने वालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढती है। दुखी हो गए। पंद्रह दिन बाद फिर उसी कस्बे से गुज़रे। कस्बे में घुसने से पहले ही ख्याल आया कि कस्बे की हृदयस्थली में सुभाष की प्रतिमा अवश्य ही प्रतिष्ठापित होगी, लेकिन सुभाष की आँखों पर चश्मा नहीं होगा, क्योंकि मास्टर बनाना भूल गया और कैप्टन मर गया। सोचा, आज वहाँ रुकेंगे नहीं, पान भी नहीं खाएँगे। मूर्ति की तरफ देखेंगे भी नहीं, सीधे निकल जाएँगे। ड्राइवर से कह दिया, चौराहे पर रुकना नहीं, आज बहुत काम है, पान आगे कहीं खा लेंगे।
(क) बार बार सोचने वाला कौन है?
(i) हालदार साहब
(ii) चश्मे वाला
(iii) ड्राइवर
(iv) मास्टर
उत्तर:
(i) हालदार साहब।
(ख) वे किस कौम के बारे में सोच रहे हैं?
(i) जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का त्याग कर दिया
(ii) जिनके मन में स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान के भाव समाप्त हो गए
(iii) जो मूर्ति पर चश्मा नहीं लगा रहे हैं
(iv) जो मूर्ति देखकर निकल रहे हैं
उत्तर:
(ii) जिनके मन में स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान के भाव समाप्त हो गए।
(ग) आज पान न खाने के पीछे क्या कारण था?
(i) पानवाला नहीं था
(ii) उनका मन नहीं था
(iii) कैप्टन मर गया था।
(iv) उन्हें पान पसन्द नहीं था
उत्तर:
(iii) कैप्टन मर गया था।
(घ) हालदार साहब ने ड्राइवर को क्या आदेश दिया?
(i) जीप चलाने का
(ii) जीप से उतरने का
(iii) चौराहे पर नहीं रुकने का
(iv) पान खाने का
उत्तर:
(iii) चौराहे पर नहीं रुकने का।
(ङ) गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
(i) मानवीय करुणा की दिव्य चमक
(ii) लखनवी अंदाज़
(iii) बालगोबिन भगत
(iv) नेताजी का चश्मा
उत्तर:
(iv) नेताजी का चश्मा।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 2 = 2)
(क) लखनवी अंदाज़’ पाठ में किस पर व्यंग्य किया गया है?
(i) लखनऊ पर
(ii) नवाबी परम्परा पर
(iii) लेखक पर
(iv) नए लेखकों पर
उत्तर:
(ii) नवाबी परम्परा पर।
(ख) वर्तमान समय एवं परिस्थितियों के अनुकूल काशी का सबसे उल्लेखनीय योगदान है
(i) बाबा विश्वनाथ के प्रति गहन भक्ति-भावना
(ii) परस्पर पूरकता का भाव
(iii) सुर और लय के सम्राट बिस्मिलला खाँ
(iv) मोक्षदायिनी गंगा की पावन धारा
उत्तर:
(iii) सुर और लय के सम्राट बिस्मिल्ला खां
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 5 = 5)
कहीं साँस लेते हो,
घर घर भर देते हो,
उड़ने को नभ में तुम
पर पर कर देते हो,
आँख हटाता हूँ तो
हट नहीं रही है।
पत्तों से लदी डाल
कहीं हरी, कहीं लाल,
कहीं पड़ी है उर में
मंद गंध पुष्प माल
पाट पाट शोभा श्री
पट नहीं रही है।
(क) काव्यांश में किसके सौन्दर्य का वर्णन है?
(i) फागुन माह के सौन्दर्य का
(ii) कार्तिक माह के सौन्दर्य का
(iii) चैत्र माह के सौन्दर्य का
(iv) बैसाख माह के सौन्दर्य का
उत्तर:
(i) फागुन माह के सौन्दर्य का
(ख) कवि किससे आँख नहीं हटा पा रहा है?
(i) अपने घर से
(ii) आकाश से
(iii) प्राकृतिक सुन्दरता से
(iv) अपने परिवार से
उत्तर:
(iii) प्राकृतिक सुन्दरता से।
(ग) ‘पाट-पाट’ में कौनसा अलंकार है?
(i) रूपक
(ii) पुनरुक्तिप्रकाश
(ii) उपमा
(iv) उत्प्रेक्षा
उत्तर:
(ii) पुनरुक्तिप्रकाश।
(घ) काव्यांश के लेखक हैं
(i) सूरदास
(ii) तुलसीदास
(iii) मंगलेश डबराल
(iv) सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’
उत्तर:
(iv) सूर्यकान्त त्रिपाठी “निराला’
(ङ) पेड़ों की डालियाँ कैसी हैं?
(i) लाल
(ii) पुष्पहीन
(iii) पत्तों से लदी
(iv) काली
उत्तर:
(iii) पत्तों से लदी।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों के लिए उचित विकल्प चुनिए। (1 × 2 = 2)
(क) गोपियों के अनुसार उद्धव किससे दूर रहे?
(i) प्रेम रूपी धागे से
(ii) गोपियों से
(iii) कमल के पत्ते से
(iv) तेल की गगरी से
उत्तर:
(i) प्रेम रूपी धागे से।
(ख) ‘आत्मकथ्य’ कविता में ‘मधुप’ शब्द का प्रयोग कवि ने किसके लिए किया है?
(i) मन रूपी भंवरे के लिए
(ii) भंवरे के लिए
(iii) तितली के लिए
(iv) फूलों के लिए :
उत्तर:
(i) मन रूपी भँवरें के लिए।
खंड ‘ब’
वर्णनात्मक प्रश्न (अंक : 40)
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए। (2 × 3 = 6)
(क) नेताजी का चश्मा’ पाठ में नगरपालिका पर क्या – व्यंग्य है? स्पष्ट करें।
उत्तर:
‘नेताजी का चश्मा’ पाठ में नगरपालिका पर व्यंग्य किया गया है। कस्बे में नगरपालिका छोटे-मोटे काम करवाती रहती थी; जैसे-कभी सड़कों को पक्का करवा दिया, कभी कबूतरों के लिए छतरी बनवा दी आदि। इसी नगरपालिका के किसी उत्साही अधिकारी ने कस्बे के मुख्य बाज़ार में नेताजी की मूर्ति लगवा दी जो चश्माविहीन थी। लेखक ने इसके माध्यम से व्यंग्य किया है कि नगरपालिकाएँ दिखावे के लिए इस प्रकार की औपचारिकताएँ निभाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती हैं।
(ख) पाठ ‘बालगोबिन भगत’ के आधार पर भगत के गायन की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
बालगोबिन भगत कबीर के सीधे-सादे पदों को बहुत ही मधुरता के साथ गाते थे। उनके मधुर गायन पर बच्चे, बड़े, बूढ़े, स्त्रियाँ सभी मुग्ध थे। उनके संगीत की स्वर-लहरी झंकृत कर देती थी। हलवाहे उनकी संगीत की ताल पर हल चलाते, स्त्रियों की उँगलियाँ संगीत की ताल पर रोपाई करतीं और बच्चे उनके मधुर संगीत पर झूम उठते।
(ग) बिस्मिल्ला खाँ सच्चे ईश्वर भक्त हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
नौबतखाने में इबादत नामक पाठ में कहते हैं कि बिस्मिल्ला खुदा में पूरा विश्वास रखते हैं। इसलिए वे सच्ची भावना और श्रद्धा से उसके द्वार पर माथा झुकाते हैं। उसके दरबार में सजदे करते हैं। उससे प्रार्थना करते हैं कि वह उसे सच्चा सुर बख्शे। उसे विश्वास है कि एक-न-एक दिन खुदा उसकी झोली में सच्चा सुर अवश्य देगा।
(घ) खीरा खाने की इच्छा होते हुए भी लेखक ने उसे खाने से इंकार क्यों किया?
उत्तर:
करीने से कटे हुए खीरे की फांकों को देखकर लेखक के मुँह में पानी आ रहा था। वे पहली बार खीरा खाने को मना कर चुके थे। अब यदि वे खीरा खा लेते तो उनका स्वाभिमान नष्ट हो जाता और नवाब साहब समझ जाते कि लेखक भी खीरा खाने को लालायित हैं।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए। (2 × 3 = 6)
(क) ‘आत्मकथ्य’ या अपनी बात कहने से प्रायः विद्वान लोग किस कारण बचना चाहते हैं? क्या प्रसाद कवि भी इसी कारण टाल देते हैं?
उत्तर:
प्रायः विद्वान लोग अपनी निजी अनुभूतियों को सार्वजनिक नहीं करना चाहते हैं। निजी अनुभूतियों की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए वे ‘आत्मकथा लिखने से बचना चाहते हैं। कवि प्रसाद जी भी इसी कारण आत्मकथा लिखने के प्रश्ना को टाल देते हैं, क्योंकि अगर आत्मकथा लेखन में ईमानदारी बरती गई तो कवि या लेखक की अनेक निजी बातें सार्वजनिक हो जाएंगी और यदि आत्मकथा ईमानदारी से नहीं लिखी गई तो यह लेखन के साथ अन्याय होगा।
(ख) ‘उत्साह’ कविता में बादल किन-किन अर्थों की ओर संकेत करता है?
उत्तर:
‘उत्साह’ कविता में बादल निम्नलिखित अर्थों की ओर संकेत करता है
(i) नवीन कल्पना लाने वाला।
(ii) क्रांति और परिवर्तन लाने वाला।
(iii) बिजली की चमक के समान ओजस्विता वाला।
(iv) प्यासे जन की प्यास बुझाने वाला।
(ग) लक्ष्मण ने परशुराम को वीरों की क्या विशेषताएँ बतायीं?
उत्तर:
लक्ष्मण ने परशुराम को कहा जो शूरवीर होते हैं, वे शत्रु को युद्धक्षेत्र में सामने देखकर युद्ध करते हैं, अपने मुँह से अपनी प्रशंसा नहीं करते। जो अपने मुँह से प्रशंसा करते हैं, वे कायर होते हैं, वीर नहीं।
(घ) मुख्य गायक की सफलता का श्रेय संगतकार को न दिया जाना समाज की किस प्रवृत्ति का परिचायक है? इस प्रवृत्ति से क्या हानियाँ है?
उत्तर:
मुख्य गायक के द्वारा अंतरे की जटिल तानों में खोने पर संगतकार उसकी आवाज में अपनी आवाज मिलाकर उसे विश्वास दिलाता है कि वह अकेला नहीं है और छूटे हुए राग को फिर से गाया जा सकता है। ऐसे समय में संगतकार की भूमिका का महत्त्व समझ आता है।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए। (4 × 2 = 8)
(क) लेखक ने प्रत्यक्ष अनुभव और अनुभूति में क्या अंतर बताया है?
उत्तर:
लेखक ने प्रत्यक्ष अनुभव और अनुभूति में अंतर बताते हुए कहा है कि जो घटना घटित होती है, उसका अनुभव होता है अर्थात् अनुभव तो घटित का होता है। इसके विपरीत अनुभूति संवेदना और कल्पना के सहारे उस सत्य को आत्मसात कर लेता है जो कृतिकार के साथ घटित नहीं हुआ है। जो आँखों के सामने नहीं आया अर्थात् जो घटित के अनुभव में नहीं आया, वही आत्मा के सामने ज्वलंत प्रकाश में आ जाता है, तब वह अनुभूति प्रत्यक्ष हो जाती है।
(ख) ग्रामीण बच्चों का बचपन शहरी बच्चों से अधिक प्रफुल्लित और आनन्द देने वाला होता है। क्यों? पाठ ‘माता का अंचल’ के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
ग्रामीण बच्चों के बचपन में और शहरी जीवन के बच्चों के बचपन में बहुत अन्तर होता है। ग्रामीण अंचल में शहरों की तरह आधुनिक तकनीक के खिलौने नहीं होते और न ही घर के अन्दर बच्चों के खेलने के लिए किसी भी प्रकार के खेल-खिलौने होते हैं। बच्चे सारा दिन घर से बाहर मित्रों के साथ धूल, मिट्टी, खेत-खलिहानों में ही अपने खेल खेलते हैं। घर से बाहर मित्रों के साथ उनका बचपन ज्यादा आनन्द देने वाला और प्रफुल्लित होता है, क्योंकि उनको माता-पिता व किसी ओर की कोई रोक-टोक नहीं होती और न ही किसी अनुशासन में बँधे रहने की आवश्यकता होती है। स्वच्छन्द होकर बच्चे अपने क्रियाकलाप करते हैं, स्वयं अपने लिए खिलौने मिट्टी से बनाते हैं और उनका जीवन शहरी बच्चों की तुलना में अधिक रचनात्मक होता है।
(ग) प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था किस प्रकार की है?
उत्तर:
प्रकृति ने हिम शिखरों के रूप में बड़े ही अद्भुत ढंग से जल संचय की व्यवस्था की है। प्रकृति सर्दियों में जल को बर्फ के रूप में इकट्ठा कर लेती है। जब गर्मियों में जल के लिए सर्वत्र त्राहि-त्राहि मच रही होती है तो यही हिम शिखर पिघल कर जलधारा बन कर नदियों में जाकर मिलती है और प्यासे कंठों की प्यास बुझाती है तथा यही पानी नदियों के माध्यम से कृषि के काम आता है। इस प्रकार प्रकृति ने जल संचय की बड़ी ही अनुपम व्यवस्था की हुई है।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए। (6)
(क) विज्ञापनों का बढ़ता प्रभाव-संस्कृति पर प्रहार
- भूमिका-विज्ञापन क्या है?
- विज्ञापनों की आवश्यकता
- विज्ञापनों का प्रभाव
- बढ़ती व्यावसायिकता घटते मूल्य. विज्ञापन का दुष्प्रभाव
- रोकने के उपाय
- उपसंहार।
अथवा
(ख) आतंकवाद-एक नासूर
- प्रस्तावना
- आतंकवाद के कारण
- आतंकवाद के दुष्परिणाम
- भारत में आतंकवाद की स्थिति
- आतंकवाद को रोकने के उपाय
- उपसंहार।
अथवा
(ग) जीवन में व्यायाम का महत्त्व
- भूमिका
- शारीरिक स्वास्थ्य आवश्यक
- व्यायाम के लाभ
- सुन्दर-स्वस्थ शरीर का स्वरूप
- मन पर प्रभाव
- व्यायाम न करने से हानियाँ
- उपसंहार।
उत्तर:
(क) विज्ञापनों का बढ़ता प्रभाव-
संस्कृति पर प्रहार विज्ञापन शब्द दो शब्दों के मेल से बना है-वि + ज्ञापन अर्थात् विशेष जानकारी। किसी भी वस्तु, उत्पाद या किसी भी तथ्य की विशेष रूप से आकर्षक तरीके से जानकारी को हम विज्ञापन कहते हैं। आज का युग विज्ञापन का युग है। जब से उपभोक्ता संस्कृति का प्रचार और प्रसार हुआ है तब से विज्ञापनों की भरमार और बाढ़-सी आ गयी है। उपभोक्ताओं को आकर्षित करने और वस्तु के विक्रय के लिए विज्ञापनों का प्रचार-प्रसार किया जाता है। आज प्रतियोगिता का समय है। इसलिए प्रत्येक उत्पादक कम-से-कम दाम लगाकर अधिक-से-अधिक लाभ अर्जित करना चाहता है। अपनी वस्तु की बिक्री को बढ़ाने और अधिक लाभ कमाने के लिए व्यापारी विज्ञापनों का सहारा लेते हैं। विज्ञापन समाचार-पत्रों के द्वारा, पत्रिकाओं के माध्यम से, रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से, हैण्ड बिल छपवाकर, दीवारों पर लिखवाकर और उद्घोषक के द्वारा घोषणा कराकर दिए जाते हैं। कई बार एक कम्पनी अपने प्रचार के लिए कई-कई माध्यमों का सहारा लेती है। कवि सम्मेलनों, दिवाली मेलों और कई प्रकार के कार्यक्रमों के विज्ञापन भी देखे जा सकते हैं। विज्ञापनों की भाषा बड़ी आकर्षक और लच्छेदार होती है। वस्त्र आदि का विज्ञापन करते समय नाना प्रकार की सुन्दरियों को उपयोग में लाया जाता है। परिधान व्यवसाय में तो विज्ञापन सुन्दरियों के सहारे ही आगे बढ़ते हैं। विज्ञापनदाता विश्व सुन्दरियों, अभिनेत्रियों, अभिनेताओं और खिलाड़ियों का उपयोग करते हैं। वे उन्हें इसके लिए अच्छी-खासी राशि देते हैं। कभी-कभी विज्ञापनदाता व्यवसायों की धार्मिक भावनाओं का भी पूरा-पूरा लाभ उठाते हैं। कई बार हम विज्ञापनों की चकाचौंध में इतने खो जाते हैं कि सही निर्णय नहीं ले पाते। इस प्रकार विज्ञापन हमें पथभ्रष्ट भी करते हैं और हमारा ज्ञानवर्द्धन भी करते हैं। यदि हम इनका सदुपयोग उचित दिशा में करते हैं तो यह हमारे लिए सहायक होते हैं और यदि इनके पीछे अनावश्यक रूप से भागते हैं तो यह हमें दिशा-भ्रमित भी करते हैं।
अथवा
(ख) आतंकवाद-एक नासूर
आतंकवाद वर्तमान समय की एक गम्भीर समस्या है। आतंकवादी वह व्यक्ति होता है जो अपना स्वार्थ पाने के लिए लोगों में भय फैलाता है। सामान्यतः दो प्रकार के आतंकवाद होते हैं। एक तो राजनीतिक आतंकवाद, जो अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए भय फैलाते हैं और दूसरा आपराधिक आतंकवाद, जो अपहरण करके रुपये माँगते हैं। आतंकवाद हिंसा का एक गैर-कानूनी तरीका है जो लोगों को डराने के लिए आतंकवादियों के द्वारा प्रयोग किया जाता है। आज आतंकवाद एक सामाजिक मुद्दा बन चुका है। इसका इस्तेमाल आम लोगों और सरकार को डराने- धमकाने के लिए हो रहा है। बहुत आसानी से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठन, राजनीतिज्ञ और व्यापारिक उद्योगों के द्वारा आतंकवाद का इस्तेमाल किया जा रहा है। लोगों का समूह जो आतंकवाद का समर्थन करते हैं, उन्हें आतंकवादी कहते हैं। आतंकवाद को परिभाषित करना बहुत आसान नहीं है, क्योंकि इसने अपनी जड़ें बहुत गहराई तक जमायी हुई हैं। आतंकवादियों के पास कोई नियम और कानून नहीं है; वे समाज और देश में आतंक के स्तर को बढ़ाने और उत्पन्न करने के लिए केवल हिंसात्मक गतिविधियों का सहारा लेते हैं। पूरे विश्व के लिए आतंकवाद एक राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय समस्या बन चुका है। यह एक वैश्विक समस्या है जिसने लगभग सभी राष्ट्रों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया हुआ है। हालांकि बहुत सारे देशों के द्वारा आतंकवाद का सामना करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन कुछ लोगों के द्वारा इसे आज भी समर्थन दिया जा रहा है। आम लोगों को किसी भी समय खौफनाक तरीके से डराने का एक हिंसात्मक कुकृत्य है, आतंकवाद। आतंकवादियों के बहुत सारे उद्देश्य होते हैं जैसे-कि समाज में हिंसा के डर को फैलाना, राजनीतिक उद्देश्यों की प्राप्ति। इनके निशाने पर हर वक्त देश का आम नागरिक होता है। आतंकवाद का जिस ढंग से विस्तार हो रहा है, यदि उसको समय रहते नहीं रोका गया तो भारत सहित सभी देशों के लिए यह एक विकट समस्या बन जाएगा। दुनिया के सभी देशों को मिलकर ऐसी आपराधिक प्रवृत्ति पर रोक लगाने के प्रयास करने चाहिए।
अथवा
(ग) जीवन में व्यायाम का महत्त्व
कहावत है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है। स्वस्थ मन में अच्छे विचार आते हैं, इन्हें अपनाकर हम स्वस्थ रह सकते हैं। जैसे सुबह टहलने से शरीर में चुस्ती-फुर्ती आती है। इसी तरह थोड़ा व्यायाम करना चाहिए, खाना खाने के बाद व्यायाम नहीं करना चाहिए। छोटे बच्चों को थोड़ा टहलना चाहिए, कबड्डी तथा इस तरह के विभिन्न खेल खेलने चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए नियमानुसार चलना चाहिए। समय पर खाना-पीना करना चाहिए। समय पर सभी काम करके व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। व्यायाम करने से धमनियाँ सही काम करती हैं और शरीर के सभी अंग ठीक रहते हैं तथा सही काम करते हैं। सुबह पार्क में टहलने से आँखों की ज्योति बढ़ती है। इस प्रकार हमें स्वस्थ और खुश रहना चाहिए। व्यायाम के अनेक प्रकार हैं। अपने शरीर की आवश्यकता के अनुसार हमें ऐसा व्यायाम चुनना चाहिए जो हमारी शारीरिक आवश्यकता पूर्ण करने के अलावा हमारी पहुँच में हो और साथ ही यदि यह हमारे लिए रुचिकर भी हो तो सोने पै सुहागा होगा। व्यायाम का अर्थ है-शरीर को इस तरह तानना-सिकोड़ना कि वह सही स्थिति में कार्य कर सके। जिस प्रकार अच्छे भोजन से शरीर को पोषण मिलता है उसी प्रकार से व्यायाम से शरीर लम्बे समय तक उचित दशा में बना रहता है। व्यायाम से शरीर को सुगठित, तन्दुरुस्त और फुर्तीला बनाया जा सकता है। व्यायाम से मानसिक तनाव और थकान मिटती है। शरीर का रक्त शुद्ध हो जाता है तथा पूरे शरीर में ताजगी आती है। व्यायाम यदि खले स्थान में या किसी पार्क में किया जाए तो अधिक लाभ मिलता है। फेफड़ों को शुद्ध वायु पर्याप्त मात्रा में मिलती है। पेशियों और अस्थियों को ताकत मिलती है। शरीर का दर्द और ऐंठन मिट जाती है। ज्ञानेन्द्रियों में सजगता आती है। सम्पूर्ण शरीर प्राकृतिक दशा में कार्य करने लगता है। शारीरिक दुर्बलता और सुस्ती समाप्त हो जाती है। इस तरह व्यायाम के प्रभाव से शरीर में नवजीवन का संचार होता है। बूढ़े और बीमार लोग भी अपने भीतर स्फूर्ति का अनुभव करने लगते हैं।
प्रश्न 15.
अपनी छोटी बहन को जल का महत्त्व समझाते हुए जल बचाओ पर एक पत्र लिखिए। (5)
अथवा
आपके क्षेत्र में वन विभाग के द्वारा लगाए गए पेड़-पौधे सूखते जा रहे हैं। इन पौधों के रख-रखाव और जीवित रखने के लिए वन अधिकारी को एक सुझाव पत्र लिखिए।
उत्तर:
परीक्षा भवन,
क ख ग
राजा पार्क, आगरा।
दिनांक…………….
प्रिय अनुजा रिया,
शुभ चिरंजीव। मैं यहाँ पर कुशलतापूर्वक हूँ तथा आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ पर खुशहाल होंगी। आज मैं इस पत्र के द्वारा तुम्हें जल के महत्त्व पर कुछ महत्त्वपूर्ण बातें बताना चाहता हूँ। जल हमारे जीवन की परम आवश्यकता है। हवा के बाद जल हमारी दूसरी प्राथमिक आवश्यकता है। आज हमारी नई पीढ़ी के द्वारा जल का बहुतायत से दुरुपयोग किया जा रहा है। जल के बिना हम अपने जीवन के एक दिन की भी कल्पना नहीं कर सकते। सोचो, यदि जल न हो तो हम पीने के अलावा अपने दैनिक कार्यों को बिना जल के कैसे सम्पन्न कर सकते हैं?
जल का संरक्षण अत्यन्त आवश्यक है वरना शीघ्र ही जल धरती से समाप्त हो जाएगा और हमारा जीवन भी बिना जल के समाप्त हो जाएगा। मुझे उम्मीद है कि तुम मेरी बात पर अमल करोगी और अपने आस-पास सभी को जल संरक्षण के महत्त्व को बताने में, भविष्य के लिए जल बचाने में और आने वाली पीढ़ी के जीवन को सुखमय बनाने में अपना योगदान दोगी। घर में माता-पिताजी को मेरा सादर प्रणाम देना।
तुम्हारा अग्रज
त थ द
अथवा
परीक्षा भवन,
क ख ग
राजा पार्क, आगरा।
वन अधिकारी,
वन विभाग,
भारत नगर, आगरा।
विषय-सूखते जा रहे पौधों की जानकारी के लिए पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन इस प्रकार है कि आपके वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा वन महोत्सव पर वृक्षारोपण कार्यक्रम में हमारे क्षेत्र में कुछ पौधे लगाये गए थे, परन्तु वर्षा न होने के कारण वे सूखते जा रहे हैं। आपके विभाग के माली भी पौधों की सिंचाई नहीं करते। इस विषय पर हमने आपके क्षेत्रीय कार्यालय में शिकायत की, लेकिन हमारी बात पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अतः आपसे निवेदन है कि आप अपने कर्मचारियों को शैक्षणिक योग्यता उचित निर्देश देकर हमारी समस्या का समाधान करने का कष्ट करें। मैं और मेरे क्षेत्र के निवासी आपके अत्यन्त आभारी रहेंगे।
सधन्यवाद।
भवदीय, प फ ब।
दिनांक…………..
प्रश्न 16.
टाइम्स मल्टीनेशनल कंपनी में लेखापाल (अकाउंटेंट) के पद पर नियुक्ति के लिए स्ववृत्त बनाइए।
अथवा
आप हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में माइक्रोबायोलॉजी में प्रवेश लेना चाहते हैं। इसके लिए समस्त जानकारियों को ज्ञात करने के लिए वहाँ के डीन को ईमेल कीजिए। (5)
उत्तर:
सेवा में
महाप्रबंधक महोदय,
टाइम्स मल्टीनेशनल कंपनी,
बापू नगर, जयपुर
विषय-लेखापाल (अकाउंटेंट) पद के लिए आवेदन पत्र।
महोदय
दिनांक 14 सितंबर, 2022 के दैनिक भास्कर में प्रकाशित विज्ञापन से ज्ञात हुआ है कि आपकी कंपनी में लेखापाल (अकाउंटेंट) की आवश्यकता है। इस पद के लिए मैं अपना आवेदन-पत्र प्रस्तुत कर रहा हूँ। मेरा स्ववृत्त इस आवेदन-पत्र के साथ संलग्न है। आपके विज्ञापन में वर्णित सभी योग्यताओं को मैं पूरा करता हूँ। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि मैं अपना कार्य पूर्ण निष्ठा से करूँगा। मेरा संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है
नाम : पल्लव शर्मा
पिता का नाम : पुलकित शर्मा
माता का नाम : अंजली शर्मा
जन्मतिथि : 20 जुलाई, 1992
वर्तमान पता : 13, महावीर नगर, जयपुर
मोबाइल : 24XXXX1234
ईमेल : [email protected]
अन्य योग्यताएँ व अनुभव
- कंप्यूटर का उच्च ज्ञान
- हिंदी, अंग्रेजी भाषा की जानकारी।
- पॉवर पल्प कंपनी में लेखापाल के रूप में कार्य करने का तीन वर्ष का अनुभव
- टैली, जीएसटी में कार्य करने का अनुभव
उपलब्धियाँ
- राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार ।
- विद्यालयी स्तर निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार
कार्येत्तर गतिविधियां और अभिरुचियाँ
- इन्टरनेट पर इनकम टैक्स से संबंधित ब्लॉग लिखना
- आर्थिक गतिविधि से जुड़ी पत्रिकाएँ पढ़ना
आपसे अनुरोध है कि उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए मेरे आवेदन-पत्र पर सकारात्मक विचार किया जाए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि मैं ईमानदारी से कार्य करूँगा और अपने कार्य व्यवहार से सभी को संतुष्ट रलूँगा।
धन्यवाद
भवदीय
हस्ताक्षर पल्लव शर्मा
दिनाकः: X/XX/XXXX
अथवा
From : [email protected]
To : [email protected]
Cc: ……
Bcc : ….
विषय-माइक्रोबायोलॉजी में प्रवेश से संबंधित जानकारी हेतु
महोदय
निवेदन है कि मैंने इस वर्ष स्रातक की परीक्षा 95% अंकों में उत्तीर्ण की है। मेरी रुचि माइक्रोबायोलॉजी में होने के कारण मैं आपकी यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने का इच्छुक हूँ। मुझे प्रवेश से संबंधित सभी जानकारियों से अवगत करवाने की कृपा करें। साथ ही छात्रवृत्ति से संबंधित जानकारी भी देने का प्रयास करें। आशा है कि आप मुझे सभी जानकारियाँ उपलब्ध करवाने की कृपा करें।
धन्यवाद
भवदीय
क. ख. ग.
प्रश्न 17.
सोने के आभूषणों के विक्रेता ‘कल्याण ज्वेलर्स’ के लिए लगभग 60 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
पिता के नाम पुत्र का सन्देश लगभग 80 शब्दों में लिखिए जिसमें किसी यात्रा के स्थगन का वर्णन है। (4)
उत्तर:
अथवा
संदेश दिनांक :……………. |