Students must start practicing the questions from CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions Set 3 are designed as per the revised syllabus.
CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi B Set 3 with Solutions
निर्धारित समय : 3 घंटे
अधिकतम अंक : 80
सामान्य निर्देश :
- इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और ‘ख’। खंड-क में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खंड-ख में वस्तुनिष्ठ/ वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘क’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ख’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड ‘क’
वस्तुपरक/बहुविकल्पीय प्रश्न (अंक : 40)
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1 × 5 = 5)
‘तेते पाँव पसारिए जेती लॉबी सौर’ वाली कहावत बड़ी सार्थक है। भविष्य को सुखमय बनाने के लिए यह आवश्यक है कि आय का एक अंश नियमित रूप से बचाया जाए जिससे आगे आने वाली आवश्यकताओं की पूर्ति सरलता से हो सके। इस तरह सीमित खर्च करने वाला व्यक्ति मितव्ययी कहलाता है। अनावश्यक व्यय करके जो व्यक्ति धन का दुरुपयोग करता है वह फिजूलखर्च माना जाता है। वास्तव में मितव्ययिता ही बचत और संचय की कुंजी है। मनुष्य के जीवन में जो आदतें बचपन में पड़ जाती हैं वे किसी-न-किसी रूप में जीवन भर बनी रहती हैं। इसलिए बचपन से ही मितव्ययिता और बचत की आदतों का विकास आवश्यक है। कुछ बालक जेब खर्च के लिए मिले धन से भी बचत करते हैं। पैसा बचाकर अपनी-अपनी गुल्लक जल्दी-जल्दी भरने की उनमें होड़ लगी रहती है। कहा भी गया है कि एक-एक बूंद से सागर भरता है और एक-एक पैसा एकत्र करने से धन संचय होता है। देश के आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक विकास के लिए शासन को धन चाहिए। धन प्राप्त करने के साधनों में जनता पर लगाए गए कर, सरकारी उद्योगों का उत्पादन, निर्यात आदि मुख्य हैं। एक अन्य महत्वपूण f साधन बैंकों तथा डाकघरों में संचित वह धनराशि है, जिसे नागरिक राष्ट्रीय बचत योजनाओं के अन्तर्गत जमा करते हैं। राष्ट्रीय विकास के कार्यक्रमों में शासन इस संचित धनराशि का उपयोग सरलता से करता है। शासन की ओर से नगरों और गाँवों में बैंकों और डाकघरों की शाखाएँ खोली गई हैं। इनमें बालक-बालिकाओं और बड़ी उम्र के लोगों को बचत का धन जमा करने की सुविधा दी जाती है। इस दिशा में डाकघरों की सेवाएँ विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
(क) आय के एक अंश को नियमित रूप से बचाने से क्या लाभ हैं?
(i) आगे आने वाली आवश्यकताओं की पूर्ति सरलता से हो जाती है।
(ii) आगे आने वाली आवश्यकताओं से बचा जा सकता है।
(iii) अपने सुखों की पूर्ति की जा सकती है।
(iv) अपनी ख्वाइयों की पूर्ति नहीं की जा सकती।
उत्तरः
(i) आगे आने वाली आवश्यकताओं की पूर्ति सरलता से हो जाती है।
(ख) बचत और संचय की कंजी किसे कहा गया है?
(i) खर्च करने को
(ii) अपव्यय करने को
(iii) मितव्ययिता को
(iv) व्यय अधिक करने के लिए
उत्तरः
(iii) मितव्ययिता को
(ग) फिजूलखर्च किसे माना गया है?
(i) मितव्ययिता को
(ii) अनावश्यक खर्च को
(iii) बचत को
(iv) संचय को
उत्तरः
(ii) अनावश्यक खर्च को
(घ) गद्यांश में प्रयुक्त ‘फिजूलखर्च’ का समास विग्रह होगा
(i) अनावश्यक खर्च
(ii) आवश्यक खर्च
(iii) फिजूल है जो खर्च
(iv) खर्च है जो फिजूल
उत्तरः
(iii) फिजूल है जो खर्च
(ङ) निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए तत्पश्चात दिए गए विकल्पों में से उचित विकल्प छांट का उत्तर दीजिए।
कथन (A) : मन का स्वभाव है, चंचलता।
कारण (B) : जीव पैदा होता है, कुछ वर्ष संसार में
जीता है, और मृत्यु को प्राप्त हो जाता
(i) कथन (A) सही है कारण (B) सही है।
(ii) कथन (A) सही नहीं है कारण (B) सही है।
(iii) कथन (A) सही है और कारण (B) उसकी सही व्याख्या करता है।
(iv) कथन (A) गलत है कारण (B) सही है।
उत्तरः
(iii) कथन (A) सही है और कारण (B) उसकी सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूवर्क पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1 × 5 = 5)
संघर्ष के मार्ग में अकेला ही चलना पड़ता है। कोई बाहरी शक्ति आपकी सहायता नहीं करती है। परिश्रम, दृढ़ इच्छा-शक्ति व लगन आदि मानवीय गुण व्यक्ति को संघर्ष करने और जीवन में सफलता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। दो महत्त्वपूर्ण तथ्य स्मरणीय हैं-प्रत्येक समस्या अपने साथ संघर्ष लेकर आती है। प्रत्येक संघर्ष के गर्भ में विजय निहित रहती है। एक अध्यापक ने छोड़ने वाले अपने छात्रों को यह संदेश दिया था-तुम्हें जीवन में सफल होने के लिए समस्याओं से संघर्ष करने का अभ्यास करना होगा। हम कोई भी कार्य करें, सर्वोच्च शिखर पर पहुँचने का संकल्प लेकर चलें। सफलता हमें कभी निराश नहीं करेगी। समस्त ग्रंथों और महापुरुषों के अनुभवों का निष्कर्ष यह है कि संघर्ष से डरना अथवा उससे विमुख होना अहितकर है, मानव धर्म के प्रतिकूल है और अपने विकास को अनावश्यक रूप से बाधित करना है। आप जागिए, उठिए दृढ़-संकल्प और उत्साह एवं साहस के साथ संघर्ष रूपी विजय रथ पर चढ़िए और अपने जीवन के विकास की बाधाओं रूपी शत्रुओं पर विजय प्राप्त कीजिए।
(क) मनुष्य को संघर्ष करने और जीवन में सफलता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करते हैं-
(i) निर्भीकता, साहस, परिश्रम
(ii) परिश्रम, लगन, आत्मविश्वास
(iii) साहस, दृढ़ इच्छा-शक्ति, परिश्रम
(iv) परिश्रम, दृढ़ इच्छा-शक्ति व लगन
उत्तरः
(iv) परिश्रम, दृढ़ इच्छा-शक्ति व लगन
(ख) प्रत्येक समस्या अपने साथ लेकर आती है
(i) संघर्ष
(ii) कठिनाइयाँ
(iii) चुनौतियाँ
(iv) सुखद परिणाम
उत्तरः
(i) संघर्ष
(ग) समस्त ग्रंथों और अनुभवों का निष्कर्ष है
(i) संघर्ष से डरना या विमुख होना अहितकर
(ii) मानवधर्म के प्रतिकूल है।
(iii) अपने विकास को बाधित करना है।
(iv) उपर्युक्त सभी
उत्तरः
(iv) उपर्युक्त सभी
(घ) ‘मानवीय’ शब्द में मूल शब्द और प्रत्यय है
(i) मानवी + य
(ii) मानव + ईय
(iii) मानव + नीय
(iv) मानव + इय
उत्तरः
(ii) मानव + ईय
(ङ) निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
(I) ईश्वर ने पुरुष को नारी के समान शक्ति प्रदान की है।
(II) विश्व के विकसित देशों में भी नारी की स्थिति दयनीय है।
(III) हमारा समाज पुरुष प्रधान समाज है।
(IV) ग्रामीण स्त्रियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
गद्यांश के आधार पर कौन-सा कथन/से कथन सही हैं।
(i) केवल (II)
(ii) केवल (III)
(iii) (II) और (III)
(iv) (I) और (II)
उत्तरः
(iii) (II) और (III)
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार वाक्यों में रेखांकित
पदबंधों के भेद पहचानिए और सही विकल्प छाँटकर उत्तर दीजिए (1 × 4 = 4)
(क) सदा सच बोलने वाला वह आज किस कारण झूठ बोलने पर मजबूर हो गया है।
(i) संज्ञा पदबंध
(ii) सर्वनाम पदबंध
(iii) क्रिया पदबंध
(iv) क्रिया विशेषण पदबंध
उत्तरः
(ii) सर्वनाम पदबंध
(ख) इन फलों की मिठास अद्भुत है।
(i) सर्वनाम पदबंध
(ii) संज्ञा पदबंध
(iii) विशेषण पदबंध
(iv) क्रिया पदबंध
उत्तरः
(ii) संज्ञा पदबंध
(ग) चाजीन ने चाय तैयार करके हमारे सामने रख दी।
(i) विशेषण पदबंध
(ii) क्रिया पदबंध
(iii) संज्ञा पदबंध
(iv) सर्वनाम पत्र
उत्तरः
(ii) क्रिया पदबंध
(घ) भयंकर अपराध करने के कारण उसे कठोर सजा दी गई।
(i) विशेषण पदबंध
(ii) क्रिया विशेषण पदबंध
(iii) संज्ञा पदबंध
(iv) सर्वनाम पदबंध
उत्तरः
(iv) सर्वनाम पदबंध
(ङ) उसने अंगीठी सुलगाकर चायदानी उस पर रख दी।
(i) क्रिया पदबंध
(ii) सर्वनाम पदबंध
(iii) क्रिया विशेषण पदबंध
(iv) संज्ञा पदबंध
उत्तरः
(iii) क्रिया विशेषण पदबंध
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(क) चाय तैयार हुई। उसने उसे प्यालों में भर दिया। इन दो वाक्यों से बना हुआ मिश्र वाक्य होगा
(i) चाय तैयार होते ही उसने उसे प्यालों में भर दिया।
(ii) जब चाय तैयार हुई तब उसने उसे प्यालों में भर दिया।
(iii) चाय तैयार हुई और उसने उसे प्यालों में भर दिया।
(iv) उसने चाय तैयार होने के बाद उसे प्यालों में भर दिया।
उत्तरः
(ii) जब चाय तैयार हुई तब उसने उसे प्यालों में भर दिया।
(ख) ‘जहाँ पहले जंगल था वहाँ बस्तियाँ बन गई हैं।’ रचना के आधार पर इस वाक्य का भेद है
(i) मिश्र वाक्य
(ii) सरल वाक्य
(iii) संयुक्त वात्म्य
(iv) उपवाक्य
उत्तरः
(i) मिश्र वाक्य
(ग) निम्नलिखित वाक्यों में से सरल वाक्य छाँटिए
(i) जब ततांरा ने प्रश्न किया तब वामीरो ने बेरुखी से जवाब दिया।
(ii) ततांरा ने प्रश्न किया और वामीरो ने बेरुखी से जवाब दिया।
(iii) ततांरा के प्रश्नों का जवाब वामीरो ने बेरुखी के साथ दिया।
(iv) ततांरा ने प्रश्न किए और वामीरो ने उनका बेरुखी से जवाब दिया।
उत्तरः
(iii) ततांरा के प्रश्नों का जवाब वामीरो ने बेरुखी के साथ दिया।
(घ) बाहर बेढब-सा मिट्टी का बर्तन था और उसमें पानी भरा हुआ था। वाक्य का भेद है
(i) सरल वाक्य
(ii) संयुक्त वाक्य
(iii) मिश्र वाक्य
(iv) प्रश्नवाचक वाक्य
उत्तरः
(ii) संयुक्त वाक्य
(ङ) ततारा दिनभर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र
किनारे टहलने चला गया। वाक्य का भेद है
(i) सरल वाक्य
(ii) संयुक्त वाक्य
(iii) मिश्र वाक्य
(iv) प्रश्नवाचक वाक्य
उत्तरः
(i) सरल वाक्य
प्रश्न 5.
समास विषय पर आधारित निम्नलिखित किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए (1× 4 = 4)
(क) ‘क्रोधाग्नि’ का समास विग्रह व भेद होगा
(i) अग्नि के समान क्रोध-कर्मधारय समास
(ii) क्रोध और अग्नि का समूह-द्विगु समास
(iii) क्रोध के अनुसार अग्नि-अव्ययीभाव समास
(iv) क्रोध और अग्नि-द्वंद्व समास
उत्तरः
(i) अग्नि के समान क्रोध-कर्मधारय समास
(ख) ‘पीतांबर’ सामासिक शब्द का विग्रह और भेद
(i) पीत और अंबर-द्वंद्व समास
(ii) पीले है अंबर जिसके-कर्मधारय समास
(iii) पीत के अंबर-तत्पुरुष समास
(iv) पीले हैं अंबर जिसके-बहुव्रीहि समास
उत्तरः
(iv) पीले हैं अंबर जिसके-बहुव्रीहि समास
(ग) ‘नौ निधियों का समूह’ का समस्त पद और समास का भेद होगा
(i) नव निधि-बहुव्रीहि समास
(ii) नौ निधि-तत्पुरुष समास
(iii) नवानिधि-कर्मधारय समास
(iv) नवनिधि-द्विगु समास
उत्तरः
(iv) नवनिधि-द्विगु समास
(घ) ‘जितना शीघ्र हो सके’-इसका समस्त पद और सामासिक भेद है
(i) अति शीघ्र-तत्पुरुष समास
(ii) अति और शीघ्र-द्विगु समास
(iii) यथाशीघ्र-अव्ययीभाव समास
(iv) यथाशीघ्र-कर्मधारय समास
उत्तरः
(iii) यथाशीघ्र-अव्ययीभाव समास
(ङ) निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए।
(I) धीरे-धीरे | (I) द्वंद्व समास |
(II) महापुरुष | (II) तत्पुरुष समास |
(III) बैलगाड़ी | (III) बहुव्रीहि समास |
(IV) चतुर्भुज | (IV) द्विगु समास |
इनमें से कौन-सा/कौन-से युग्म सही हैं।
(i) केवल (I)
(ii) केवल (III)
(iii) (III) और (IV)
(iv) (I) और (III)
उत्तरः
(iii) (III) और (IV)
प्रश्न 6.
मुहावरों पर आधारित निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर लिखिए (1 × 4 = 4)
(क) अपने पड़ोस में कोरोना मरीज की खबर सुनते ही हम सबके ……………………….
(i) प्राण सूख गए
(ii) हिम्मत टूट गई
(iii) दीवार खड़ी हो गई
(iv) घाव पर नमक छिड़क गया
उत्तरः
(i) प्राण सूख गए
(ख) अधिकतर नेता चुनाव के समय जैसे दिखते हैं, वैसे होते नहीं। समय आने पर यह अपना ……………… हैं।
(i) खून जलाते
(ii) लाज रखते
(iii) रंग दिखाते
(iv) सिर धुनते
उत्तरः
(iii) रंग दिखाते
(ग) कारगिल का युद्ध जीतकर भारतीय सेना ने देश की ………………….. ली।
(i) धूल झोंक
(ii) तलवार खींच
(iii) लाज रख
(iv) गिद्ध दृष्टि
उत्तरः
(iii) लाज रख
(घ) छात्रों द्वारा इस कदर अनुशासन भंग किए जाने पर अध्यापिका ………………….. गई।
(i) आग बबूला हो
(ii) सुध-बुध खो
(iii) सातवें आसमान पर हो
(iv) चक्कर खा
उत्तरः
(i) आग बबूला हो
(ङ) मुहावरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन कीजिए।
(i) गाढ़ी कमाई – रिश्वत लेना
(ii) अंधे के हाथ बटेर लगना – अयोग्य को सफलता प्राप्त होना
(iii) ठंडा पड़ना – बहुत प्रयास करना
(iv) डेरा डालना – स्थाई रूप से रहना
उत्तरः
(ii) अंधे के हाथ बटेर लगना – अयोग्य को सफलता प्राप्त होना
(च) ‘बहुत मेहनत करना’ अर्थ के लिए उपयुक्त मुहावरा है।
(i) बाल की खाल निकालना
(ii) लोहे के चने चबाना
(iii) ईंट का जवाब पत्थर से देना
(iv) घाट-घाट का पानी पीना
उत्तरः
(ii) लोहे के चने चबाना
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए (1 × 5 = 5)
क्षुधात रंतिदेव ने दिया करस्थ थाल भी,
तथा दधीचि ने दिया परार्थ अस्थि जाल भी,
उशीनर क्षितिश ने स्वमास दान भी किया,
सहर्ष वीर कर्ण ने शरीर चर्म भी दिया,
अनित्य देह के लिए अनादि जीव क्या डरे?
(क) राजा रंतिदेव ने किस वस्तु का दान किया था?
(i) धन संपत्ति का
(ii) भोजन के थाल का
(iii) वस्त्रों का
(iv) अन्न और जल का
उत्तरः
(ii) भोजन के थाल का
(ख) अपनी हड्डियों का ढांचा दान करने वाले महान दानवीर कौन थे?
(i) दानवीर कर्ण
(ii) राजा रंतिदेव
(iii) ऋषि दधीचि
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः
(iii) ऋषि दधीचि
(ग) इस पद्यांश का संदेश है कि-
(i) हमें सुमृत्यु को प्राप्त करना चाहिए
(ii) हमें घमंड नहीं करना चाहिए
(iii) हमें महान जीवन जीना चाहिए
(iv) हमें दान करने में संकोच नहीं करना चाहिए
उत्तरः
(iv) हमें दान करने में संकोच नहीं करना चाहिए
(घ) इस पद्यांश की कविता और कवि का नाम है
(i) मनुष्य जीवन – सुमित्रानंदन पंत
(ii) मनुष्यता – मैथिलीशरण गुप्त
(iii) मनुष्यता – सियारामशरण गुप्त
(iv) मानवता – मैथिलीशरण गुप्त
उत्तरः
(ii) मनुष्यता – मैथिलीशरण गुप्त
(ङ) निम्नलिखिल वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए।
(I) मीरा को कृष्ण पर पूरा भरोसा है।
(II) कृष्ण अपने भक्तों की रक्षा के लिए किसी न किसी रूप में अवश्य आते हैं।
(III) मीरा कृष्ण से सेवा करवाना चाहती हैं।
(IV) हमें मरते दम तक देश की सेवा करनी चाहिए।
पद्यांश से मेल खाते हुए वाक्यों के लिए उचित विकल्प चुनिए।
(i) (II), (III)
(ii) (I), (II)
(iii) (I), (III)
(iv) (IV)
उत्तरः
(ii) (I), (II)
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए (1 × 2 = 2)
(क) अनित्य देह के लिए अनादि जीव क्या डरे’ का भाव है
(i) आत्मा नश्वर है, शरीर अनश्वर है
(ii) आत्मा को नश्वरं शरीर के सदुपयोग से पीछे नहीं हटना चाहिए
(iii) शरीर का प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिए
(iv) आत्मा को नष्ट होने से बचाना चाहिए।
उत्तरः
(ii) आत्मा को नश्वरं शरीर के सदुपयोग से पीछे नहीं हटना चाहिए
(ख) ‘रव शेष रह गए हैं, निर्झर’ ऐसा कहा गया है क्योंकि
(i) केवल झरनों के बहने की आवाज सुनाई दे रही थी।
(ii) केवल बादलों के बरसने का शोर सुनाई दे रहा था।
(iii) झरनों के अलावा मिट गया था।
(iv) तालाब दर्पण का काम कर रहा था।
उत्तरः
(i) केवल झरनों के बहने की आवाज सुनाई दे रही थी।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए- (1 × 5 = 5)
अक्सर हम या तो गुजरे हुए दिनों की खट्टी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं। हम या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्य काल में। असल में दोनों काल मिथ्या हैं, एक चला गया है और दूसरा आया नहीं है। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है वही सत्य है, उसी में जीना चाहिए। चाय पीते-पीते उस दिन मेरे दिमाग से भूत और भविष्य दोनों काल उड़ गए थे। केवल वर्तमान क्षण सामने था और वह अनंत का जितना विस्तृत था। जीना किसे कहते हैं, उस दिन मालूम हुआ।
(क) लेखक ने भूतकाल और भविष्य काल को क्या कहा है?
(i) एक मात्र सत्य
(ii) अनंत सा विस्तृत
(iii) रंगीन सपना
(iv) मिथ्या
उत्तरः
(iv) मिथ्या
(ख) लेखक ने कैसे जीने की बात कही है?
(i) रंगीन सपने देखते हुए जीने की
(ii) भूत और भविष्य की कल्पना में जीने की
(iii) वर्तमान में रहकर जीने की
(iv) चाय पीते-पीते जीने की
उत्तरः
(iii) वर्तमान में रहकर जीने की
(ग) वर्तमान को सत्य क्यों कहा गया है?
(i) क्योंकि वह अनंत है
(ii) क्योंकि वह बीत चुका है
(iii) क्योंकि वह अभी आया ही नहीं
(iv) क्योंकि वही हमारे हाथ में है
उत्तरः
(iv) क्योंकि वही हमारे हाथ में है
(घ) ‘चाय पीते-पीते मेरे दिमाग से भूत और भविष्य दोनों काल उड़ गए थे’- इस कथन का आशय है कि
(i) लेखक बहुत परेशान थे
(ii) लेखक ने वर्तमान में जीना सीख लिया था
(iii) लेखक चाय की चुस्कियों का आनंद ले रहे
(iv) लेखक भूत और भविष्य की कल्पना में मग्न हो गए थे।
उत्तरः
(ii) लेखक ने वर्तमान में जीना सीख लिया था
(ङ) निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए तत्पश्चात् दिए गए विकल्पों में से उचित विकल्प छांट कर उत्तर दीजिए।
कथन (A) : नेचर की सहनशीलता की एक सीमा होती है।
कथन (B) : नेचर के गुस्से का एक नमूना कुछ
साल पहले मुंबई में देखने को मिला था।
(i) कथन (A) सही है, कारण (B) उसकी सही व्याख्या करता है।
(ii) कथन (A) सही नहीं है, कारण (B) सही
(iii) कथन (A) दोनों सही है, किन्तु कारण (B) उसकी व्याख्या नहीं करता।
(iv) कथन (A) गलत है, कथन (B) सही है।
उत्तरः
(iii) कथन (A) दोनों सही है, किन्तु कारण (B) उसकी व्याख्या नहीं करता।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। (1 × 2 = 2)
(क) शैलेंद्र ने राज कपूर जैसे स्टार को हीरामन बना दिया था। ऐसा कहकर लेखक कहना चाहते हैं,
(i) राज कपूर एशिया के शोमैन बन गए थे।
(ii) एक बड़े सितारे ने हीरामन पात्र का बेहतरीन अभिनय किया था।
(iii) हीरामन बिलकुल राज कपूर बन गया था।
(iv) राज कपूर ने हीरामन को हरा दिया था।
उत्तरः
(ii) एक बड़े सितारे ने हीरामन पात्र का बेहतरीन अभिनय किया था।
(ख) निम्नलिखित में से कौन-से वाक्य ततांरा वामीरो कथा के संदेश को दर्शाते हैं।
(I) प्रेम सबको जोड़ता है, घृणा दूरियाँ बढ़ाती
(II) परंपराएं हमेशा लाभदायक होती हैं।
(III) किसी युगल के प्रेम को सम्मान मिलना चाहिए।
(IV) समय-समय पर नीतियों में संशोधन करना आवश्यक है।
(i) (II),(III)
(ii) (I),(II)
(iii) (I),(IV)
(iv) (II),(IV)
उत्तरः
(iii) (I),(IV)
खंड ‘ब’
दर्णनाल्कक प्रश्न (अंक : 40)
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर 60 शब्दों में दीजिए (3 × 2 = 6)
(क) जिनके स्वभाव में अपनापन हो, जो सच्चाई ईमानदारी व कर्मठता अपनाते हों, वे सभी आकर्षित कर लेते हैं। प्रत्येक व्यक्ति ऐसे लोगों के संपर्क में ही रहना चाहता है। इसी संदर्भ में बताइए कि निकोबारी ततांरा को क्यों पसंद करते थे?
उत्तरः
ततांरा निकोबार के एक द्वीप के ‘पासा’ गाँव का रहने वाला बलिष्ठ, आकर्षक व शक्ति सम्पन्न नवयुवक था। वह एक नेक व मददगार व्यक्ति था। केवल अपने गाँव की नहीं, अपितु समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके आत्मीय स्वभाव के कारण सभी लोग उसे बेहद पसन्द करते थे।
(ख) हमारे पौराणिक ग्रंथ जीवन की गहरी सीख देते हैं, यदि हम उन्हें केवल कहानियाँ ना समझें आवश्यकता इस बात की है कि हम उन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें, समझें और आज के संदर्भ में उनका अर्थ ग्रहण करने की कोशिश करें। पाठ बड़े भाई साहब में लेखक को समझाते हुए भाई साहब ने किस पैराणिक पात्र का उदाहरण दिया है, और क्यों?
उत्तरः
लेखक के बड़े भाई साहब लेखक को सही राह पर बनाए रखना व उन्हें समय-समय पर समझाते रहना अपना परम कर्त्तव्य ही नहीं, जन्मसिद्ध अधिकार भी समझते थे। जब लेखक बिना मेहनत किए ही दो बार उत्तीर्ण हो गए तो भाई साहब को लगा कि लेखक को अहंकार हो गया है। तब उन्होंने रावण का उदाहरण देकर समझाया कि महान ज्ञानी होने पर भी रावण का सर्वनाश होने का एकमात्र कारण उसका अहंकार ही था। अतः घमण्ड से दूर रहना चाहिए और सफल होने के लिए लगातार मेहनत करनी चाहिए।
(ग) अच्छे बुरे संस्कार बच्चे अपने माता-पिता, अपने परिवार से ही ग्रहण करते हैं। लेखक ‘निदा फाजली’ की माँ उन्हें क्या सीख देती थी?
उत्तरः
लेखक ‘निदा फाजली’ की माँ उन्हें प्रकृति का और सभी छोटे-बड़े जीव-जन्तुओं का आदर व उनकी सुरक्षा करने की सीख देती थी। उन्हें स्वयं प्रकृति से बेहद लगाव था और वे चाहती थीं कि लेखक भी प्रकृति व अन्य जीवधारियों का आदर करे तथा उन्हें कभी कष्ट न पहुँचाए।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 60 शब्दों में दीजिए (3 × 2 = 6)
(क) ‘अपना बल पौरुष न हिले’- ‘आत्मत्राण’ कविता के संदर्भ में इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः
बल का अर्थ है शक्ति और पौरुष का अर्थ पुरुषार्थ, मेहनत। कविता आत्मत्राण में कवि ने ईश्वर से उन मानवीय गुणों की मांग की है जिनके बल पर वे अपने जीवन में प्रयत्नशील रहते हुए आगे बढ़ते जाएँ। कवि का कहना है कि यदि कभी ऐसा समय आ जाए कि उन्हें असफलताओं और हानि का सामना करना पड़े और ऐसे में कोई सहायक न मिले तो भी ईश्वर की इतनी कृपा बनी रहे कि उनका अपने पुरुषार्थ से विश्वास न उठे अर्थात् वे मेहनत करते रहें और उसी के बल पर हर विषम परिस्थिति का सामना करते हुए आगे बढ़ते जाएँ।
(ख) सैनिक का जीवन कैसा होता है? कर चले हम फ़िदा गीत के आधार पर बताइए।
उत्तरः
प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जान बहुत प्यारी होती है। एक असाध्य रोगी भी अपने निरोगी होने की कामना करता है। यदि जान खतरे में नजर आती है तो हर कोई उसकी हिफाजत करना चाहता है। किंतु सैनिक ही है जो जानबूझकर अपनी जान को खतरे में डालता है ताकि देश और देशवासियों की रक्षा कर सके। जब उसकी जान पर बन आती है तब उसे एक ही चिंता सताती है कि जब वह नहीं रहेगा तो देश को कौन संभालेगा।
(ग) कवि ‘मैथिलीशरण गुप्त’ ने सबको एक होकर चलने की प्रेरणा क्यों दी है?
उत्तरः
कवि का मानना है कि हम सब एक हैं। सब उसी परम पिता परमेश्वर की ही संताने हैं। हमारा जीवन बाहर से भले ही अलग-अलग हो किंतु अंदर से सभी की आत्मा एक है। इस दृष्टि से हम सब एक-दूसरे के भाई-बंधु हैं अतः हमें एक होकर, मेल मिलाप के साथ जीवन जीना चाहिए। हम एक-दूसरे का सहारा बन कर आगे बढ़ें, एक-दूसरे के रूप में हमें ईश्वर का ही सहारा मिलता है क्योंकि वह ईश्वर सबके अंदर विद्यमान है। हर कोई एक-दूसरे का सहारा बनेगा तो कोई भी बेसहारा नहीं रहेगा।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 60 शब्दों में दीजिए (3 × 2 = 6)
(क) ठाकुरबारी के सम्बन्ध में लेखक के विचार गाँव वालों से किस प्रकार भिन्न थे?
उत्तरः
‘हरिहर काका’ पाठ के मुख्य पात्र ‘हरिहर’ भोले-भाले किसान थे। गाँव की ठाकुरबारी में उनका काफी आना-जाना था। वहाँ के महन्त व अन्य सदस्य हरिहर का काफी आदर करते थे व हरिहर को भी उन पर अटूट विश्वास था। गाँव के अधिकांश लोग ठाकुरबारी के प्रति अत्यधिक श्रद्धा भाव रखते थे, किन्तु लेखक के विचार उन सबसे भिन्न थे। लेखक का मानना था कि गाँव के चाटुकार व कामचोर लोग ठाकुरबारी में जाकर समय बर्बाद करते हैं और धर्म-चर्चा के नाम पर पूजा-पाठ की आड़ में बढ़िया पकवान खाते हैं, लोगों को लूटते हैं। लेखक को वहाँ के पुजारी व महन्त एक आँख भी नहीं भाते थे। वास्तव में लेखक का अविश्वास ही सही साबित हुआ। महन्त ने अन्य लोगों के साथ मिलकर हरिहर की जमीन छीनने का जो दुस्साहस किया, उससे ठाकुरबारी के प्रति सभी लोगों की श्रद्धा टूट गयी। निश्छल व सदाचारी होना चाहिए, यही सबसे बड़ा धर्म व धार्मिक कृत्य है।
(ख) टोपी शुक्ला को किन भावात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा था? शिक्षा प्रणाली में किस प्रकार के परिवर्तन लाए जाएँ कि छात्रों को यह सब न सहना पड़े?
उत्तरः
‘टोपी शुक्ला’ पाठ दो ऐसे दोस्तों की कहानी है जो सर्वथा भिन्न वातावरण में पले हैं। दोनों की परवरिश अलग-अलग रीति से हुई है व दोनों ने पर्याप्त भिन्न-भिन्न परम्परायें देखी हैं। इतनी असमानतायें होते हुए भी दोनों घनिष्ठ मित्र बने। इफ्फन मुस्लिम परिवार से था व टोपी हिन्दू परिवार से। इफ्फन के घर टोपी का बहुत आना-जाना था। दोनों अपने मन की सारी बातें केवल एक-दूसरे को ही बताते थे। संयोगवश इफ्फन के पिता का तबादला हो गया और टोपी अकेला रह गया। अब तो वह बिल्कुल उदास रहने लगा। इस अकेलेपन की उदासी का प्रभाव पढ़ाई पर पड़ा और वह लगातार दो बार फेल हो गया। कक्षा में सभी बच्चे उसका मज़ाक उड़ाते, अध्यापक भी उसका उदाहरण दे-देकर सबको पढ़ाई में ध्यान देने को कहते और वह शर्म से लाल हो जाता था। घर और विद्यालय, दोनों जगह उसे अपमानजनक भावात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। किसी छात्र को ऐसी स्थिति से न गुजरना पड़े, इसके लिए आवश्यक है कि छात्रों के स्वाभाविक रुझान को देखते हुए उन्हें आगे बढ़ने के अवसर दिये जायें। विशेष रूप से अध्यापकों को तो छात्रों के मनोविज्ञान को समझते हुए उनसे आत्मीयतापूर्ण व्यवहार करना चाहिए।
(ग) नई श्रेणी में जाने, नई कॉपियों और पुरानी किताबों से आती विशेष गंध से लेखक का बाल मन क्यों उदास हो जाता था?
उत्तरः
लेखक की पढ़ाई में विशेष रुचि नहीं थी और न ही उनके परिवार के लोग पढ़ाई का महत्व समझते थे। इसलिए लेखक और उनके अधिकांश साथी उदास मन से ही विद्यालय जाया करते थे। इसके अतिरिक्त विद्यालय में अधिकांश अध्यापकों का स्वभाव बहुत सख्त था। प्रीतम चंद जैसे अध्यापक तो खाल खींचने के मुहावरे को ही प्रत्यक्ष कर के दिखा देते थे। अगली कक्षा में आने की खुशी उतनी नहीं हो पाती थी जितना इस बात का डर होता था कि अध्यापकों की उनसे अपेक्षाएँ बढ़ जाएँगी। नई कक्षा में नए अध्यापकों का स्वभाव न जाने कैसा होगा। यह सब बातें लेखक के मन को उदास कर दिया करती थीं और अगली कक्षा में आने की खुशी कहीं नीचे दब जाती थी।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए- (5 × 1 = 5)
(क) भारत की बदलती तस्वीर
- प्राचीन भारत
- विशेषताएँ
- कमियाँ
- बदलता स्वरूप।
उत्तरः
भारत की बदलती तस्वीर
एक समय था जब भारत सोने की चिड़िया कहलाता था। अनेकता में एकता हमारी पहचान थी। प्राकृतिक सम्पदा की दृष्टि से यह धनी था। यहाँ की संस्कृति, सभ्यता व मानवीय मूल्यों से सम्पूर्ण विश्व परिचित है। किन्तु समय के साथ-साथ भारत अपनी इस विरासत से दूर होता गया। अंग्रेजों की गुलामी ने हमें कमज़ोर कर दिया, किन्तु एक होकर हमने स्वतन्त्रता हासिल की। अंग्रेजों से तो आज़ाद हो गये, किन्तु आपसी बैर-भाव ने हमें खोखला कर दिया। अन्धाधुन्ध बढ़ती इच्छाओं व आवश्यकताओं के चलते प्रकृति का विनाश कर डाला। परिणामस्वरूप आज हमारा भारत पर्यावरण सम्बन्धी आपदाओं से, आतंकवाद से, भ्रष्टाचार आदि अनेक ऐसी समस्याओं से जूझ रहा है जो दिन-पर-दिन इसे कमजोर बना रही हैं। एक ओर विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हम तरक्की कर रहे हैं, किन्तु जब तक जनसंख्या व अपनी छोटी सोच पर नियन्त्रण नहीं रखेंगे, तब तक भारत की तस्वीर को सुन्दर नहीं बना पायेंगे। अतः आवश्यकता है फिर से एक होकर समाज व देश-हित में कार्य करें, क्योंकि उसी में हम सबका हित भी निहित है।
अथवा
(ख) संतोष : सबसे बड़ा धन
- अन्य धनों से श्रेष्ठ
- धन की सीमाएँ
- प्रसन्नता का आधार।
उत्तरः
सन्तोष : सबसे बड़ा धन
मनुष्य जीवन भर कार्यरत रहता है, प्रयत्नशील रहता है और शान्ति व सुख को पाने का प्रयत्न करता रहता है। सामान्य धारणा यह है कि अधिक धन कमाकर हम अपने जीवन को अधिक सुखमय व स्वयं को अधिक प्रसन्न बना सकते हैं, किन्तु यह सच नहीं है। धन हमें आराम दे सकता है, सुख दे सकता है, किन्तु वह सुख स्थायी नहीं होता। यदि हम मन से सन्तोष का अनुभव करना सीख लें तो ऐसी वस्तुओं के अभाव में भी खुश रह सकते हैं जो हमें धन से प्राप्त होती हैं। जब हम सन्तुष्ट होना सीख जाते हैं तो अभाव में भी भरमार महसूस कर सकते हैं, अन्यथा अपार वैभव, सुख के भौतिक साधन भी हमें सुख व शान्ति नहीं दे सकते। अतः ठीक ही कहा गया है कि ‘जब आवे सन्तोष धन, सब धन धूरि समान’ अर्थात् एक बार सन्तोष रूपी धन हाथ लग जाए तो उसके सामने अन्य सब प्रकार के धन या वैभव फीके या धूल के समान व्यर्थ लगने लगते हैं।
अथवा
(ग) नर हो न निराश करो मन को
- सूक्ति का अर्थ
- मनुष्य जीवन का महत्व
- सफल बनाने के उपाय।
उत्तरः
नर हो न निराश करो मन को
हिंदी साहित्य के महान कवि मैथिलीशरण गुप्त की कविता ‘नर हो न निराश करो मन को’ की यह पंक्ति मनुष्य को जीना सिखाने के लिए पर्याप्त है। इस एक पंक्ति में यह सार छिपा है कि मनुष्य जीवन अनमोल है, यह हार मानकर, निराश होकर व्यर्थ गँवाने के लिए नहीं है। यदि हम अपने मानव होने को समर्थ करना चाहते हैं तो हमें निराशावादी विचारों से दूर रहना होगा। निराशा का भाव हमारी योग्यता, हमारे कौशल व हमारे बल को कमज़ोर बना देता है। मनुष्य होने के नाते हमें अपने जीवन के महान उद्देश्यों को समझना चाहिए, लक्ष्य निर्धारित करके चलना चाहिए व राह में आने वाली विघ्न-बाधाओं को ठोकर मारकर आगे बढ़ते जाना चाहिए और यह तभी सम्भव होगा जब हम निराशा से दूर रहेंगे। स्वयं पर विश्वास रखें, आशावादी बने रहकर प्रयत्न करते रहें तो कोई ऐसी मंज़िल नहीं, जहाँ हम नहीं पहुँच सकते, कोई ऐसा पर्वत नहीं जिसे लाँघ नहीं सकते। अतः इस पंक्ति को सदैव याद रखें व मनुष्य होना सिद्ध करें।
प्रश्न 15.
बिजली संकट से ग्रस्त नगरवासियों की शिकायत बिजली विभाग के अध्यक्ष तक पहुँचाने हेतु पत्र लिखिए।
अथवा
विद्यालय की प्रधानाचार्या को पुस्तकालय में पर्याप्त पुस्तकें उपलब्ध करवाने के लिए प्रार्थना-पत्र लिखिए।
उत्तरः
परीक्षा भवन,
नई दिल्ली।
दिनांक……………….
अध्यक्ष महोदय,
विकासपुरी बिजली विभाग,
नई दिल्ली………………..
विषय-बिजली संकट की शिकायत।
आदरणीय महोदय,
मैं दिल्ली के विकासपुरी क्षेत्र का निवासी हूँ तथा अपने क्षेत्र का सचिव होने के नाते सभी निवासियों को बिजली संकट से होने वाली परेशानियों से आपको परिचित कराना चाहता हूँ।
महोदय, हमारे क्षेत्र में गत दो माह से बिजली की आपूर्ति बहुत ही कम है। घर के छोटे-बड़े सभी काम आजकल बिजली के उपकरणों की मदद से होते हैं, तो आप समझ सकते हैं कि बिजली न होने से दैनिक कार्यों में कितनी रुकावट व परेशानी हो रही होगी। आपसे अनुरोध है कि आप जल्द ही बिजली आपूर्ति को सामान्य करने के लिए उचित कदम उठायें।
धन्यवाद।
भवदीय,
क ख ग
अथवा
प्रधानाचार्या महोदय,
अ ब स विद्यालय,
नई दिल्ली 110018
विषय-पुस्तकालय में पुस्तकों का अभाव। आदरणीय महोदया,
मैं आपके विद्यालय की कक्षा दसवीं की छात्रा आपसे विनती करना चाहती हूँ कि विद्यालय के पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की पर्याप्त पुस्तकें उपलब्ध करायें। यह खुशी की बात है कि हमारे विद्यालय में छात्रों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ रही है, किन्तु उस अनुपात में पुस्तकालय में पुस्तकों की संख्या में कोई सुधार नहीं आया है। जब कभी हमें साहित्य पढ़ने की इच्छा होती है तो वहाँ नई साहित्यिक पुस्तकें नहीं मिलतीं, परीक्षा के दिनों में पाठ्यक्रम से सम्बन्धित सहायक पुस्तकें सबको नहीं मिल पार्ती, ऐसे में मुझ जैसे साधारण परिवार के छात्र अच्छी तैयारी नहीं कर पाते व इसका प्रभाव हमारे व विद्यालय के परीक्षा परिणाम पर पड़ता है। आपसे विनम्र अनुरोध है कि शीघ्रातिशीघ्र पर्याप्त मात्रा में पुस्तकों के नवीन संस्करण उपलब्ध करायें। हम सभी छात्र/छात्रा आपके आभारी होंगे।
धन्यवाद।
आपकी आज्ञाकारी छात्रा,
क ख ग
दिनांक…………………….
प्रश्न 16.
गतिविधि अधिकारी की ओर से 80 शब्दों में सूचना लिखिए कि विद्यालय के सभा सदन में अन्तिम दो कालांशों में हिंदी व अंग्रेजी की कविता प्रतियोगिता होगी।
अथवा
‘आश्रय’ सोसायटी के सचिव होने के नाते पानी की कटौती के लिए 80 शब्दों में सूचना तैयार कीजिए।
उत्तरः
रामकृष्ण विद्यालय |
सूचना दिनांक……………. कविता प्रतियोगिता का आयोजन आगामी सप्ताह दिनांक 25 मई को विद्यालय के सभा सदन में हिंदी व अंग्रेजी की कविता पाठ प्रतियोगिता होगी। अधिक जानकारी के लिए अपनी हिंदी अथवा अंग्रेजी की अध्यापिका से सम्पर्क करें व 18 मई तक कविता के विषय के साथ अपना नामांकन करा लें। धन्यवाद। |
अथवा
आश्रय सोसायटी |
सूचना दिनांक……………. जल संकट की तैयारी हर बार की तरह गर्मी के मौसम में होने वाली जल आपूर्ति की कमी के कारण सभी ‘आश्रय’ वासियों से अनुरोध है कि पानी को व्यर्थ न जाने दें। न्यूनतम मात्रा में जल का उपयोग करें व मिल-जुलकर इस संकट से निपटने के लिए तैयार रहें। धन्यवाद। |
प्रश्न 17.
बच्चों के कपड़ों की नई दुकान के लिए आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए। (60 शब्दों में)
अथवा
आप विज्ञान विषय में स्नातक हैं। नौकरी पाने के लिए विज्ञापन तैयार कीजिए। (60 शब्दों में)
उत्तरः
अथवा
नौकरी की तलाश |
मैं सुशील कुमार, उम्र 26 वर्ष, विज्ञान विषय में स्नातक हूँ। सम्पूर्ण शिक्षा दिल्ली से प्राप्त की है। अंग्रेजी भाषा व कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान है। उचित पद होने पर कृपया सूचित करें। दूरभाष-2010478998 |
प्रश्न 18.
दिए गए प्रस्थान बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में लघु कथा का निर्माण कीजिए।
- बाल मजदूरी
- पढ़ाई
- मुक्ति
अथवा
विद्यालय की ओर से उन अभिभावकों को अगाह करने हेतु ई-मेल तैयार कीजिए। जिनके बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति 70 प्रतिशत से कम है।
उत्तरः
बाल मजदूरी राहुल अक्सर अपने घर की बालकनी में खड़े होकर सामने वाले घर की ओर देखा करता था, जहाँ एक 10-12 साल का लड़का भाग-भाग कर घर के सारे काम करता था। कहाँ राहुल तो खाना भी कभी-कभी अपनी माँ के हाथ से खाता था। एक दिन उसने अपने दादाजी से पूछा दादाजी क्या वह थकता नहीं है ,क्या उसे सर्दी-गर्मी नहीं लगती, क्या उसे खेलने पढ़ने का मन नहीं करता? दादा जी समझ गए कि उसके मन में क्या चल रहा है? उन्होंने उसे प्यार से समझाया कि बेटा हो सकता है कि उसके परिवार वालों की कोई मजबूरी रही हो जिसके कारण उसे काम करना पड़ रहा है। राहुल बोला “दादा जी, क्या हम उसकी मदद नहीं कर सकते?” दादाजी सोच में पड़ गए।
अगले ही दिन सामने वाले शर्मा जी के घर गए। उन्हें सारी बात बताई। शर्मा जी और राहुल के दादाजी ने मिलकर मोहन को स्कूल में दाखिल कराया, मिलकर उसकी पढ़ाई का खर्चा उठाने की बात तय हुई। अब वह घर के काम के साथ-साथ खेलने और पढ़ने भी लगा।
राहुल जिसे दूर से देखकर दुखी होता रहता था, अब साथ कुछ देर खेलता और पढ़ाई भी कराता। ऐसा करके उसे असीम सुख मिलता था और राहुल ने भी मानो मुक्ति की सांस ली थी।
अथवा
प्राप्त कर्ता : [email protected]
भेजने वाला : [email protected]
दिनांक- ……………..
समय- ……………
विषयः विद्यालय में कम उपस्थिति की सूचना।
श्रीमान/श्रीमती जी,
आपका बच्चा नियमित रूप से विद्यालय नहीं आता है, जिसके कारण उसकी उपस्थिति आवश्यक प्रतिशत से भी कम है।
उसे नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित रहना होगा। अन्यथा विद्यालय के नियानुसार, आगामी परीक्षाएँ देने की अनुमति नहीं मिलेगी।
धन्यवाद
प्रधानाध्यापक
क ख ग