Students must start practicing the questions from CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions Set 6 are designed as per the revised syllabus.
CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi B Set 6 with Solutions
निर्धारित समय : 3 घंटे
अधिकतम अंक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न पत्र में दो खंड हैं- खंड ‘अ’ और ‘ब’।
- खंड ‘अ’ में उपप्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
- खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
- निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
- दोनों खंडों के कुल 18 प्रश्न हैं। दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशः लिखिए। महान
खंड ‘अ’
वस्तुपरक/बहुविकल्पीय प्रश्न (अंक : 40)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
सब सुखी हों, सब स्वस्थ हों, सबका कल्याण हो, किसी को कोई भी दुःख न हो। ऐसी पुनीत भावनाएँ भारतवर्ष में सदैव प्रवाहित होती रही हैं। वास्तव में दया और परोपकार के समान न कोई दूसरा धर्म है और न पुण्य। मानव का उद्देश्य और मानव-जीवन की सार्थकता इसी में है कि वह दूसरों पर दया करे, उनका कल्याण करे। उसका कर्तव्य है कि वह स्वयं भी उठे और दूसरों को भी उठाए। दीनों की करुणा भरी पुकार और असहाय की याचनापूर्ण करुणा दृष्टि से उसका हृदय द्रवीभूत हो जाए। यदि विद्या है तो वाद-विवाद न करें, विद्या को अशिक्षितों में वितरित करें। तभी वे सच्चे मनुष्य कहलाने के अधिकारी हो सकेंगे। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम दूसरों के आँसुओं का आदर करना सीखें, दीन और असहायों की करुण पुकार सुनकर उनके दुःख दूर करें। सैकड़ों भूखे लोगों को अन्न देना, तन ढकने के लिए वस्त्र देना, भूख से तड़पते हुए और सर्दी से ठिठुरते हुए बालकों को संरक्षण देना, ऐसे बच्चे जो अनाथ हैं, उन्हें गोद में उठाना, अपने पापी पेट के लिए नारी का सम्मान नीलाम न हो इसके लिए चौकस रहना, रोगी को औषधि देना, अशिक्षितों के लिए शिक्षा की व्यवस्था करना, प्यासे को पानी पिलाना, अंधे को मार्ग दिखाना, भयभीत की रक्षा करना आदि कार्य दया के रूप ही हैं। सबको जीने का समान अधिकार है। ईश्वर ने सबको एक-सा बनाया है। शक्तिशाली का कर्तव्य निर्बलों की सहायता करना है न कि उनको सताना। हमारे पौराणिक इतिहास में भी दयालु व्यक्तियों को ही महापुरुष माना गया है। राजा शिवि को देखिए बाज़ के आक्रमण से भयभीत कबूतर को उन्होंने अपनी गोद में बिठा लिया। बाज़ वहाँ भी आ पहुँचा और उनके सामने दो शर्ते रखीं। पहली, आप मेरे शिकार को वापस कर दीजिए, दूसरी, नहीं तो उसके बराबर मुझे अपना माँस दे दीजिए। तब शिवि ने तराजू में कबूतर के बराबर अपने शरीर का माँस दे दिया। धर्म का दूसरा रूप दया ही है। भारतवर्ष में चिरकाल से दया की भावना प्रवाहित होती चली आ रही है। यदि समाज से दया की भावना का लोप हो जाता है तो मानवता रसातल में चली जाएगी।
(क) आँसुओं के बारे में क्या कहा गया है?
(i) दूसरों के आँसुओं की परवाह नहीं करनी चाहिए।
(ii) दूसरों के आँसुओं का आदर करना चाहिए
(iii) दूसरों के आँसुओं को बहने देना चाहिए
(iv) आँसू न निकलें तो सही है
उत्तर:
(ii) दूसरों के आँसुओं का आदर करना चाहिए।
(ख) किसके समान कोई और धर्म नहीं है?
(i) दया और हिंसा ।
(ii) परोपकार और हिंसा
(iii) पाप और दया
(iv) दया और परोपकार
उत्तर:
(iv) दया और परोपकार।
(ग) राजा शिवि ने कबूतर की रक्षा के लिए अपने शरीर का माँस क्यों दे दिया था?
(i) क्योंकि वे धर्मपरायण व्यक्ति थे।
(ii) क्योंकि वे परोपकारी थे।
(iii) क्योंकि वे हिंसावादी थे।
(iv) क्योंकि वे अपने शरीर को महत्व नहीं देते थे।
उत्तर:
(i) क्योंकि वे परोपकारी थे।
(घ) संसार में दया की भावना न होने पर क्या होगा?
(i) लोग परोपकारी हो जाएँगे
(ii) लोग अहिंसावादी हो जाएँगे।
(iii) मानवता का अंत हो जाएगा
(iv) लोग दयालु हो जायेंगे।
उत्तर:
(iii) मानवता का अंत हो जाएगा।
(ङ) निम्नलिखित कथनों कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए तत्पश्चात् दिए गए विकल्पों में से उचित विकल्प छांट कर उत्तर दीजिए।
कथन (A) : पुनीत भावनाएं भारतवर्ष में सदैव प्रवाहित होती रही हैं।
कारण (R) : सबको जीने का समान अधिकार
(i) कथन (A) सही है कारण (R) गलत है।
(ii) कथन (A) सही नहीं है, कारण (R) सही
(iii) कथन (A) सही है किन्तु कारण (R) उसकी व्याख्या नहीं करता।
(iv) कथन (A) गलत है कारण (R) सही है।
उत्तर:
(ii) कथन (A) सही है किन्तु कारण (R) उसकी व्याख्या नहीं करता।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
नदियों के तटों पर बने मंदिर प्राचीन भारतीय श्रेष्ठ स्थापत्य कला के प्रमाण हैं, जहाँ संगीत, नृत्य और नाट्य-कला का विकास हुआ है। भारत की भौगोलिक स्थिति को समझने के लिए पर्वत समूहों व नदी समूहों का अध्ययन करना आवश्यक है। साथ ही वन समूह का अध्ययन करना भी अति आवश्यक है। भारत में छठी शताब्दी ईसा पूर्व तक स्वयंजात वन विद्यमान थे। कुरुजंगल, अंजनवन, महावन, पारिलेण्यक वन, लुंबिनी वन आदि स्वयंजात वन थे। भारत में बढ़ती हुई आबादी की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के प्रयासों से देश में प्रदूषण बढ़ रहा है। जल-प्रदूषण से हैज़ा, पीलिया, टाइफाइड, आदि बीमारियाँ बढ़ रही हैं। मछलियों और कृषि-फसलोत्पादन के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। मानव बस्तियों और कल-कारखानों का गंदा पानी नदियों में मिलने से खाड़ियों और समुद्र तटवर्ती जल को खतरा पैदा हो गया है। भारत की नदियाँ ही यहाँ की समृद्धि का आधार हैं। यहाँ की लगभग 80% जनसंख्या नदियों के घाटी क्षेत्रों में निवास करती है। वनों व नदियों का घनिष्ठ संबंध है। वन नदियों को उथला होने से बचाते हैं और उनके पानी को सुरक्षित रखकर पानी की कमी को पूरा करते हैं। अतः वनों के महत्त्व को भी समझना चाहिए। गंगा की अनेक सहायक नदियाँ हैं। ये अपने साथ शहरों की गंदगी, कल-कारखानों का रासायनिक जल और कूड़ा-करकट लाती हैं। इन सबको गंगा में मिला देती हैं। इससे गंगा जैसी पावन कहलाने वाली नदी प्रदूषित हो गई है। ‘गंगा स्वच्छता अभियान’ गंगा के तटों पर बसने वाले नगरों में चलाए जाने चाहिए।
(क) नदियों के तट पर बने मन्दिर किसके प्रमाण हैं?
(i) श्रेष्ठ स्थापत्य कला के
(ii) श्रेष्ठ मूर्तिकला के
(iii) श्रेष्ठ ईश्वर के
(iv) श्रेष्ठ कलाकारों के
उत्तर:
(i) श्रेष्ठ स्थापत्य कला के
(ख) भारत की भौगोलिक स्थिति को समझने के लिए किसे समझना आवश्यक है?
(i) भारत के भूगोल को
(ii) भारत के पर्वतों और नदियों की स्थिति को
(iii) भारत के जंगलों को
(iv) भारत की धरती को
उत्तर:
(ii) भारत के पर्वतों और नदियों की स्थिति को
(ग) भारत में प्रदूषण बढ़ने का क्या कारण है?
(i) बढ़ते पर्वत
(ii) बढ़ती नदियाँ
(iii) बढ़ती जनसंख्या
(iv) बढ़ते साधन
उत्तर:
(iii) बढ़ती जनसंख्या
(घ) गंगा प्रदूषित क्यों हो गई?
(i) क्योंकि उसमें कचरा पड़ा हुआ है
(ii) क्योंकि लोग उसे अपवित्र मानते हैं
(iii) क्योंकि उसकी सहायक नदियाँ दूसरे स्थानों का कचरा गंगा में मिला देती हैं ।
(iv) क्योंकि लोग ऐसा करना अच्छा नहीं मानते
उत्तर:
(iii) क्योंकि उसकी सहायक नदियाँ दूसरे स्थानों का कचरा गंगा में मिला देती हैं।
(ङ) निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
(I) भारत की बढ़ती आबादी ही विकास का आधार है।
(II) भारत की नदियाँ समृद्धि का माध्यम हैं।
(III) अनेक नदियाँ गंगा में आकर मिलती हैं।
(IV) भारत की भौगोलिक स्थिति को प्रदूषण के स्तर से समझना होगा।
गद्यांश के आधार पर कौन-सा कथन/से कथन सही है?
(i) केवल II
(ii) केवल III
(iii) II और III
(iv) I और IV
उत्तर:
(iii) II और III
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार वाक्यों में रेखांकित पदबंधो के भेद पहचानिए और सही विकल्प छाँटकर उत्तर दीजिए (1 × 4 = 4)
(क) अपनी सत्यनिष्ठा और मेहनत के लिए वह पूरे परिवार में जाना जाता है।
(i) संज्ञा पदबंध
(ii) सर्वनाम पदबंध
(iii) क्रिया पदबंध
(iv) क्रिया विशेषण पदबंध
उत्तर:
(ii) सर्वनाम पदबंध
(ख) उसने माता-पिता और अध्यापकों का सर गर्व से ऊँचा कर दिया।
(i) सर्वनाम पदबंध
(ii) संज्ञा पदबंध
(iii) विशेषण पदबंध
(iv) क्रिया विशेषण पदबंध
उत्तर:
(ii) संज्ञा पदबंध
(ग) उसने अपने अलौकिक नृत्य से सभी को विस्मित कर दिया।
(i) विशेषण पदबंध
(ii) क्रिया पदबंध
(iii) क्रिया विशेषण पदबंध
(iv) सर्वनाम पदबंध
उत्तर:
(iii) क्रिया विशेषण पदबंध
(घ) आज इस वैश्विक महामारी में सभी को छोटा साबित कर दिया है।
(i) विशेषण प्रबंध
(ii) क्रिया पदबंध
(iii) संज्ञा पदबंध
(iv) सर्वनाम पदबंध
उत्तर:
(ii) क्रिया पदबंध
(ङ) मोहन जैसा ईमानदार और मेहनती कर्मचारी ढूँढने से भी नहीं नहीं मिल सकता।
(i) विशेषण पदबंध
(ii) सर्वनाम पदबंध
(iii) क्रिया विशेषण पदबंध
(iv) संज्ञा पदबंध
उत्तर:
(i) विशेषण पदबंध
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(क) घर से बाहर निकलने में बहुत खतरा है। पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकलना चाहिए। इन दो वाक्यों से बना हुआ मिश्र वाक्य होगा
(i) बाहर निकलने में खतरा है और पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकलना चाहिए।
(ii) खतरे से बचने के लिए पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकलना चाहिए।
(iii) बाहर निकलने में क्योंकि बहुत खतरा है इसलिए पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकलना चाहिए।
(iv) यद्यपि बाहर निकालने में खतरा है तथापि पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकलना चाहिए।
उत्तर:
(iii) बाहर निकलने में क्योंकि बहुत खतरा है इसलिए पूरे इंतजाम के साथ बाहर निकलना चाहिए।
(ख) मेरी यह बात गाँठ बाँध लो कि हर बार बिना मेहनत किए सफल नहीं हो पाओगे। रचना के आधार पर इस वाक्य का भेद है
(i) मिश्र वाक्य
(ii) सरल वाक्य
(iii) संयुक्त वाक्य
(iv) उपवाक्य
उत्तर:
(i) मिश्र वाक्य
(ग) निम्नलिखित वाक्यों में से सरल वाक्य छाँटिए
(i) समय का सदुपयोग कर लो अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा।
(ii) समय का सदुपयोग न करने पर बाद में पछताना पड़ेगा। जो समय का सदुपयोग नहीं करते उन्हें बाद में पछताना पड़ता है।
(iv) समय का सदुपयोग करने पर बाद में पछताना ही पड़ता है।
उत्तर:
(ii) समय का सदुपयोग न करने पर बाद में पछताना पड़ेगा।
(घ) बड़े भाई साहब घंटों किताबें लेकर बैठे रहते किंतु पास तक नहीं हो पाते थे। वाक्य का भेद है
(i) सरल वाक्य
(ii) संयुक्त वाक्य
(iii) मिश्र वाक्य
(iv) प्रश्नवाचक वाक्य
उत्तर:
(ii) संयुक्त वाक्य
(ङ) हमें एक मात्र सत्य वर्तमान में ही जीना चाहिए। रचना के आधार पर वाक्य का भेद है
(i) सरल वाक्य
(i) संयुक्त वाक्य
(iii) मिश्र वाक्य
(iv) उपवाक्य समास विषय पर आधारित
उत्तर:
(i) सरल वाक्य
प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए (1 × 4 = 4)
(क) ‘हरिकीर्तन’-का समास विग्रह व भेद होगा
(i) हरि रूपी कीर्तन-कर्मधारय समास
(ii) हरि का कीर्तन -तत्पुरुष समास
(iii) हरि के लिए कीर्तन-द्विगु समास
(iv) हरि और कीर्तन -द्वंद्व समास
उत्तर:
(ii) हरि का कीर्तन-तत्पुरुष समास
(ख) ‘महान है जिसकी आत्मा’ समस्त पद और भेद है
(i) महानात्मा -बहुव्रीहि समास
(ii) महात्मा-तत्पुरुष समास
(iii) महान-आत्मा-अव्ययी भाव समास
(iv) महात्मा-बहुव्रीहि समास
उत्तर:
(iv) महात्मा-बहुव्रीहि समास
(ग) ‘बेहिसाब’ का समास विग्रह और समास का भेद होगा
(i) हिसाब नहीं है जिसका-बहुव्रीहि समास
(ii) हिसाब के बिना -तत्पुरुष समास
(iii) बिना हिसाब है जो-कर्मधारय समास
(iv) बिना हिसाब के-अव्ययीभाव समास
उत्तर:
(iv) बिना हिसाब के-अव्ययीभाव समास
(घ) ‘शहर-शहर’ – समास का भेद है
(i) शहर ही शहर-तत्पुरुष समास
(ii) शहर और शहर-द्वंद्व समास
(iii) हर शहर -अव्ययीभाव समास
(iv) शहर ही शहर है जिसमें-बहुव्रीहि समास
उत्तर:
(iii) हर शहर-अव्ययीभाव समास
(ङ) निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए।
(I) आंचरहित | (I) बहुव्रीहि समास |
(II) चिंतामग्न | (II) तत्पुरुष समास |
(III) धर्मविहीन | (III) द्विगु समास |
(IV) यथोचित | (IV) अव्ययीभाव समास |
इनमें से कौन-सा/कौन-से युग्म सही है?
(i) केवल I
(ii) केवल III
(iii) II और IV
(iv) I और III
उत्तर:
(iii) II और IV
प्रश्न 6.
मुहावरों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर लिखिए
(क) उचित समय आने पर रूढ़ियों के खिलाफ ….. आवश्यक हो जाता है।
(i) बाट जोहना
(ii) आवाज़ उठाना
(iii) आड़े हाथों लेना
(iv) हवा में उड़ाना
उत्तर:
(ii) आवाज़ उठाना
(ख) पुलिस इंस्पेक्टर ने ………….. हुए चोर से प्रश्न किया।
(i) त्योरियाँ चढ़ाना
(ii) तिल का ताड़
(iii) मत्थे मढ़ना
(iv) आँखें फेरना
उत्तर:
(i) त्योरियाँ चढ़ाना
(ग) देश के रखवाले …………… बाँध कर निकले हैं, अब उन्हें कोई भी आफत रोक नहीं सकती।
(i) हिम्मत बँधाना
(ii) गाँठ बाधना
(iii) सिर पर कफन बाँधना
(iv) सुध-बुध खोना
उत्तर:
(iii) सिर पर कफन बाँधना
(घ) जैसे ही मैंने उस होटल में अपने पिताजी को देखा मेरे …………” गए।
(i) जान में जान आना
(ii) प्राण सूखने
(iii) नजर रखना
(iv) दबे पांव आना
उत्तर:
(ii) प्राण सूखने सन्नाटा
(ङ) मुहावरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन करें।
(i) बरस पड़ना-तेज वर्षा होना
(ii) सुराग न मिलना-रहस्य खुलना
(iii) मुट्ठी गर्म करना-धनवान होना
(iv) सन्नाटा सुनाई देना-पुरी शांति होना
उत्तर:
(iv) सन्नाटा सुनाई देना-पूरी शांति होना
(च) ‘लड़ने के लिए तैयार रहना ‘अर्थ के लिए उपयुक्त मुहावरा है
(i) बाल की खाल निकालना
(ii) तलवार खींचना
(iii) आकाश-पाताल एक करना
(iv) आग बबूला होना
उत्तर:
(ii) तलवार खींचना
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प छाँटकर दीजिए (1 × 4 = 4)
खींच दो अपने खून से जमीन पर लकीर, इस तरफ आने पाए न रावण कोई, तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे, छू न पाए सीता का दामन कोई, राम भी तुम, तुम्हीं लक्ष्मण साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों।
(क) खून से लकीर खींचने का अर्थ है
(i) घायल हो जाना
(ii) कुर्बानी देना
(iii) दुश्मन को चुनौती देना
(iv) खून से रेखा बनाना
उत्तर:
(iii) दुश्मन को चुनौती देना
(ख) रावण शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
(i) सैनिकों के लिए
(ii) शत्रु देश के लिए
(iii) मातृभूमि के लिए
(iv) संकट के लिए
उत्तर:
(ii) शत्रु देश के लिए
(ग) इस पद्यांश का संदेश है
(i) हमें लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए
(ii) हमें राम-लक्ष्मण से सीख लेनी चाहिए
(iii) हमें मातृभूमि को सीता समझना चाहिए
(iv) हमें देश की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए
उत्तर:
(iv) हमें देश की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए
(घ) इस पद्यांश के कवि और कविता का नाम है
(i) अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों सुमित्रानंदन पंत
(ii) कर चले हम फिदा – सुमित्रानंदन पंत
(iii) अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों मैथिलीशरण गुप्त
(iv) कर चले हम फिदा-कैफ़ी आज़मी
उत्तर:
(iv) कर चले हम फिदा-कैफ़ी आज़मी
(ङ) निम्नलिखित वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए
(I) हमें राम लक्ष्मण की तरह घर त्याग देना चाहिए।
(II) अपने शत्रुओं के हाथ तोड़ देने चाहिए।
(III) अपने देश की रक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए।
(IV) शुत्र देश को अपनी शक्ति का परिचय दे देना चाहिए।
पद्यांश से मेल खाते हुए वाक्यों के लिए उचित विकल्प चुनिए।
(i) II, IV
(ii) I, II
(iii) III, IV
(iv) IV
उत्तर:
(iii) III, IV
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए। (1 × 2 = 2)
(क) ‘मेखलाकार पर्वत अपार’-यह पंक्ति क्या दर्शा रही है?
(i) पर्वतों पर लगे ऊँचे-ऊँचे वृक्ष।
(ii) दूर तक फैले पर्वतों का गोल आकार।
(iii) पर्वतों का विशाल आकार।
(iv) पर्वतों के चरणों में विशाल तालाब।
उत्तर:
(ii) दूर तक फैले पर्वतों का गोल आकार।
(ख) ‘हुई न यों सुमृत्यु तो वृथा मरे वृथा जिए’ ऐसा कहा गया है, क्योंकि
(i) महान मृत्यु पाने के लिए महान जीवन जीना होता है।
(ii) मनुष्य जीवन बार-बार नहीं मिलता।
(iii) मनुष्य जीवन व्यर्थ है।
(iv) सुमित यू की कामना करने से जीवन सफल हो जाता है।
उत्तर:
(i) महान मृत्यु पाने के लिए महान जीवन जीना होता है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प छाँटकर दीजिए- (1 × 5 = 5)
दोनों रोज उसी जगह पहुँचते और मूर्तिवत एक-दूसरे को निर्निमेष ताकते रहते। बस भीतर समर्पण था जो अनवरत गहरा रहा था। लपाती के कुछ युवकों ने इस मूक प्रेम को भांप लिया और खबर हवा की तरह बह उठी। वामीरो लपाती ग्राम की थी और ततारा पासा का। दोनों का संबंध संभव न था। रीति अनुसार दोनों को एक ही गाँव का होना आवश्यक था। वामीरो और ततारा को समझाने-बुझाने के कई प्रयास हुए, किंतु दोनों अडिग रहे। वे नियमतः लपाती के उसी समुद्री किनारे पर मिलते रहे। अफवाहें फैलती रहीं। (क) कौन दोनों रोज किस जगह पहुँचते थे?
(i) ततांरा और वामीरो, लपाती गाँव में
(ii) ततारा और वामीरो,पासा गाँव में
(iii) ततांरा और वामीरो, लपाती गाँव के समुद्र तट पर
(iv) ततांरा और वामीरो, वामीरो के घर पर
उत्तर:
(ii) ततांरा और वामीरो, लपाती गाँव के समुद्र तट पर
(ख) लपाती गांव के युवकों ने किसे भाँप लिया था?
(i) ततांरा वामीरो की मूक नफरत को
(ii) वामीरो की मूक बेरुखी को
(iii) ततांरा की मूक बेरुखी को
(iv) ततारा वामीरो के निशब्द प्रेम को
उत्तर:
(iv) ततारा वामीरो के निशब्द प्रेम को
(ग) ततांरा और वामीरो के गाँव की क्या परंपरा थी?
(i) वैवाहिक संबंध के लिए युवक और युवती अलग-अलग गाँव के होने चाहिए
(ii) दोनों एक ही गाँव के होने चाहिए
(iii) दोनों में मूक प्रेम होना चाहिए।
(iv) विवाह से पहले दोनों को नहीं मिलना चाहिए
उत्तर:
(ii) दोनों एक ही गाँव के होने चाहिए
(घ) अनवरत क्या गहरा रहा था?
(i) ततारा वामीरो का प्रेम
(ii) दोनों गाँवों के बीच द्वेश की भावना
(iii) ततांरा के लिए वामीरो की बेरुखी
(iv) ततांरा के प्रति वामीरो का समर्पण
उत्तर:
(i) ततारा वामीरो का प्रेम
(ङ) निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए तत्पश्चात् दिए गए विकल्पों में से उचित विकल्प छांट कर उत्तर दीजिए।
कथन (A) : ततारा वामीरो एक-दूसरे के प्रति समर्पण अनवरत गहरा रहा था।
कारण (R) : एक-दूसरे को निर्निमेष ताकते रहते थे।
(i) कथन (A) सही है कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है।
(ii) कथन (A) सही नहीं है, कारण (R) सही है।
(iii) कथन (A) सही है किन्तु कारण (R) उससे मेल नहीं खाता।
(iv) कथन (A) गलत है कथन (R) सही है।
उत्तर:
(i) कथन (A) सही है कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 2 = 2)
(क) महज इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज नहीं, असल चीज है, बुद्धि का विकास’ ऐसा कहकर लेखक कहना चाहते हैं कि
(i) शास्त्र विद्या अहंकार को जन्म देती है।
(ii) हमें उत्तम अंक लाने का प्रयास करना चाहिए।
(iii) शिक्षा प्राप्त करने का परम उद्देश्य विवेकशील बनना है।
(iv) शिक्षा से बुद्धि का विकास नहीं होता।
उत्तर:
(iii) शिक्षा प्राप्त करने का परम उद्देश्य विवेक शील बनना है।
(ख) निम्नलिखित में से कौन-से वाक्य पाठ ‘डायरी का एक पन्ना’ के संदेश को दर्शाते है?
(I) यदि समाज संगठित होकर प्रयास करे, तो कोई कार्य असंभव नहीं है।
(II) कानूनों का उल्लंघन करना गर्व की बात है।
(III) अपनी मांगे मनवाने के लिए धरने देना उचित है।
(IV) अपने आजाद देश की रक्षा करना हम सब का कर्त्तव्य है।
(i) (II), (III)
(ii) (I), (II)
(iii) (I), (IV)
(iv) (III), (IV)
उत्तर:
(iii) (I), (IV)
खंड ‘ब’
वर्णनात्मक प्रश्न (अंक : 40)
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए। (3 × 2 =6)
(क) गीत-संगीत में अनोखा जादू होता है। वह अनायास ही किसी को भी आकर्षित कर लेता है, इसी संदर्भ में ततारा वामीरो की प्रथम मुलाकात का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
निकोबार द्वीप के पासा गाँव का रहने वाला युवक ततांरा एक दिन अथक परिश्रम के बाद समुद्र तट पर टहल रहा था। अचानक उसके कानों में एक मधुर गीत गूंजा। आवाज की दिशा में चलकर उसने देखा कि एक सुन्दर युवती वह गीत गा रही थी, किन्तु लहर के भिगो जाने पर वह अचानक शान्त हो गई। ततांरा उसके प्रति बेहद आकर्षक हो गया और उसे गीत जारी रखने की व नाम बताने की याचना करता रहा, किन्तु वह युवती वामीरो गाँव की रीतियों के कारण उसके प्रश्नों का उत्तर न दे सकी।
(ख) इसमें कोई संदेह नहीं कि अब हमें अपने आसपास ऐसे लोग देखने को मिलते जो प्रकृति या अन्य जीवों की खातिर तकलीफ उठाने के लिए तैयार हों। लेखक ने शेख अयाज के पिता की संवेदनशीलता को कैसे दर्शाया है?
उत्तर:
शेख अयाज़ के पिता एक दिन कुएँ से नहाकर आए और जैसे ही भोजन करने बैठे, उनकी नजर अपनी बाजू पर रेंगते चींटे पर गई। वे तुरन्त खाना छोड़कर खड़े हो गए और उस चींटे को कुएँ पर उसके परिवार के पास छोड़कर आए। उन्हें लगा कि जिस प्रकार हम अपनों से बिछुड़कर दुःखी हो जाते हैं, यह छोटा-सा जीव भी परेशान हो रहा होगा। अतः उसे अपनों के पास पहुँचाकर उन्होंने अपनी संवेदनशीलता व भावुकता का परिचय दिया।
(ग) हमें सत्य में जीना चाहिए। सत्य केवल वर्तमान है। पतझड़ में टूटी पत्तियाँ के इस कथन को स्पष्ट करते हुए लिखिए कि लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?
उत्तर:
यह हम सभी मानते हैं कि हमें सत्य में जीना चाहिए, किंतु वह कैसे संभव है, यह समझना और उस पर अमल करना कठिन लगता है। जापान की ध्यान की एक विशेष पद्धति के अंतर्गत लेखक जब विचार शून्य हो गए तब उन्हें ऐसा लगा कि वे वर्तमान में जी रहे हैं और वह अनंताओं जितना विस्तृत है। एक वर्तमान ही है जो हमेशा हमारे साथ है। हम सामान्यतः भूत और भविष्य में ही जीते हैं, जबकि वे दोनों ही काल मिथ्या हैं। एक बीत चुका है और दूसरा अभी आया ही नहीं, तो उन पर हमारा कोई अधिकार नहीं है। हमारा अधिकार केवल वर्तमान पर है जो हमारे सामने है। यदि हम उसे बेहतरीन बना लें, तो हमारा भूत और भविष्य अपने आप ही सुधर जाएँगे।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 50 से 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(क) अपने देश के लिए सीता और देशवासियों के लिए राम और लक्ष्मण शब्दों का प्रयोग करने के पीछे कवि की क्या मंशा है?
उत्तर:
हम भारतवासी अपने धर्म के प्रति अत्यधिक भावुक हैं, इसलिए यहाँ धार्मिक ग्रंथ को आधार बनाकर देश प्रेम जगाने का प्रयास किया है। हमारे पौराणिक ग्रंथ रामाण की कथा के अनुसार माता सीता की रक्षा की जिम्मेदारी राम और लक्ष्मण पर थी। सीता को रावण से खतरा था। इसलिए लक्ष्मण रेखा खींच कर यह चुनौती दी गई थी कि यदि कोई उस रेखा को पार करेगा तो जलकर भस्म हो जाएगा। उसी आधार पर हम सबको राम लक्ष्मण, शत्रु देश को रावण और मातृभूमि को सीता कहकर हमारे अंदर मातृभूमि की रक्षा का भाव जगाने का प्रयास किया गया है।
(ख) ऐसी कौन-सी बाते हैं जो मनुष्यता कविता के माध्यम से भी हम तक पहुँचाई गई हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
मनुष्यता कविता के अंतर्गत कवि ‘मैथिलीशरण गुप्त’ ने मनुष्य जीवन को सार्थक बनाने के उपाय बताए हैं। कवि के अनुसार हमारे अंदर दया, करुणा, परोपकार, सहानुभूति जैसे मानवीय गुण होने आवश्यक हैं, तभी हम अपने मनुष्य जीवन को सफल बनाते हुए सुमृत्यु को प्राप्त कर सकते हैं। कवि के अनुसार हम सब एक ही परमपिता परमात्मा की संताने होने के नाते एक-दूसरे के भाई-बंधु हैं। किसी भी दृष्टि से शत्रु या बैरी नहीं हो सकते। अतः हमें मिल-जुल कर रहना चाहिए। दोषारोपण करने की बजाय सभी प्रति प्रेम भाव, आदर और सम्मान रखना चाहिए। यदि हमारा व्यवहार दूसरे के प्रति सकारात्मक होगा तो हमें भी बदले में सकारात्मकता ही प्राप्त होगी और इस तरह पूरे वातावरण में सकारात्मकता व्याप्त हो जाएगी। यह सब बातें अपने अनुभव के आधार पर ही हमारे ऋषि-मुनियों ने तथा कवि मैथिलीशरण गुप्त ने कही और अनुभव से प्राप्त ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण होता है। यदि हम उस पर अमल करें तो हम स्वयं महसूस करेंगे कि हमारा जीवन कितना मधुर और आनंदमय हो जाएगा।
(ग) कृष्ण की दासी बनकर मीरा की कौन-सी तीन इच्छाएँ पूर्ण हो जाएँगी?
उत्तर:
मीरा कृष्ण की दासी बन जाएँगी तो उनके दर्शन, स्मरण और भाव-भक्ति, तीनों इच्छाएँ पूरी हो जाएँगी। इसलिए मीरा कृष्ण से प्रार्थना कर रही हैं कि वे उन्हें अपनी दासी के रूप में स्वीकार करके हर पल अपनी सेवा तथा दर्शन का अवसर प्रदान करें।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए
(क) परोपकार
संकेत बिन्दु
- अर्थ
- प्रभाव
- उदाहरण
- निष्कर्ष।
अथवा
(ख) दुविधा में दोनों गए माया मिली न राम
संकेत बिन्दु
- उक्ति का अर्थ
- दुष्परिणाम
- उपाय।
अथवा
(ग) मतदान का अधिकार
संकेत बिन्दु
- इस अधिकार का परिचय
- महत्व
- सदुपयोग।
उत्तर:
(क) परोपकार परोपकार शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है पर + उपकार, यानि दूसरों का हित करके उपकार करना। वास्तव में उपकार हम किसी पर नहीं करते, अपितु ‘पर’ शब्द में सभी आते हैं और सबमें हम भी शामिल हैं अर्थात् अपने साथ-साथ सबके भले के लिए सोचना व कार्य करना ही परोपकार है। हम समाज में रहते हैं, हर पल किसी-न-किसी रूप में हमें किसी-न-किसी की मदद की जरूरत होती ही है। जितनी भी सविधाएँ हम भोग रहे हैं, उनमें न जाने कितने लोगों का प्रयास शामिल है। अतः हम समाज से कटकर नहीं रह सकते। जिस दिन हम अपने तक सीमित हो जायेंगे, उस दिन हमारे सारे सुख, सारी शान्ति हमसे छिन जाएगी। सबके हित में अपना हित देखें, आस-पास, पूरा वातावरण खुश होगा, हम भी तभी खुश रह पायेंगे। किसी ने ठीक ही कहा है ‘परहित सरिस धरम नहिं कोई।’
अथवा
(ख) दुविधा में दोनों गए, माया मिली न राम जिसने अपने जीवन में इस बात को अनुभव किया हो, वही इस उक्ति की गहराई को समझ सकता है। जब-जब हम दुविधा में होते हैं या सही निर्णय नहीं कर पाते या दो नावों में पाँव रखते हैं तो कुछ हासिल होना तो दूर, पाया हुआ भी खो देते हैं। जीवन में सही समय पर विवेकपूर्वक सही निर्णय कर लेना, कोई एक लक्ष्य निर्धारित कर लेना या हर दिन या कुछ-कुछ समय के लिए निश्चित उद्देश्य तय कर लेना व तद्नुसार प्रयास करना हमें सफलता व सन्तोष देता है, किन्तु बिना लक्ष्य पहचाने या बार-बार लक्ष्य को बदलते रहने से हमारे मन-मस्तिष्क में दुविधा बनी रहती है कि कौन-सा मार्ग उचित है, जो कुछ हम कर रहे हैं, उसका सार क्या है? ऐसी स्थिति में यही उक्ति चरितार्थ होती है’दुविधा में दोनों गए, माया मिली न राम।’
अथवा
(ग) मतदान का अधिकार भारत एक विशाल, लोकतांत्रिक देश है। लोकतन्त्र अर्थात् लोगों का तन्त्र। भारत को कौन-सी सरकार चलाएगी, यह फैसला जनता करती है और इसके लिए जनता को अपनी राय या मत देने का अधिकार मिलता है जो ‘मतदान’ कहलाता है। वास्तव में यह केवल हमारा अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है कि हम सोच-समझकर मतदान करें, क्योंकि एक-एक व्यक्ति से ही समाज व समाज से देश बनता है और प्रत्येक व्यक्ति यदि जागरूक व सचेत होकर मतदान करेगा तो अच्छे प्रतिनिधि चुनकर सामने आयेंगे, मज़बूत सरकार बनेगी व मज़बूत देश का निर्माण सम्भव हो पाएगा। जब-जब मतदान का दिन आता है, सरकार की ओर से सभी को अवकाश प्राप्त होता है। बड़े दुःख की बात है कि लोग इतना महत्वपूर्ण कर्त्तव्य न निभाकर इसे मात्र अवकाश की भाँति सोने, मौज-मस्ती करने में व्यतीत कर देते हैं और ऐसे ही लोग सरकार की कमियाँ निकालने से भी बाज नहीं आते। अतः जरूरी है कि’सही समय पर विवेकपूर्वक करे मतदान, यही है अच्छे नागरिक की पहचान।’
प्रश्न 14.
बिजली की अनियमित आपूर्ति की शिकायत करते हुए दिल्ली विद्युत बोर्ड के अधिकारी को पत्र लिखिए।
अथवा
प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर ग्यारहवीं कक्षा में विज्ञान विषय देने की प्रार्थना कीजिए। (6)
उत्तर:
परीक्षा भवन,
नई दिल्ली।
दिनांक……………….
विद्युत विभाग अधिकारी,
दिल्ली विद्युत बोर्ड,
नई दिल्ली.
विषय-बिजली की अनियमित आपूर्ति ।
आदरणीय महोदय,
मैं दिल्ली के विकासपुरी का निवासी आपको अपने क्षेत्र में पिछले 5 महीनों से चल रही बिजली की अनियमित पूर्ति से अवगत कराना चाहता हूँ। महोदय, हमारे यहाँ हमेशा से ही शाम को एक घण्टा बिजली नहीं आती थी, किन्तु इसके लिए हम सब तैयार थे। पिछले पाँच महीनों से तो किसी भी समय दो-दो घण्टों के लिए बिजली चली जाती है और आती भी है तो वोल्टेज इतना कम होता है कि कुछ उपकरण तो काम ही नहीं कर पाते।
दिल्ली जैसे महानगर में यदि यह हालत है तो हमारे गाँवों की दशा क्या होगी, इसकी हम कल्पना कर सकते हैं। आज के समय में अधिकांश काम बिजली के बिना रुक जाते हैं। अतः मेरी आपसे प्रार्थना है कि जल्द ही इस समस्या की तह में जाइए तथा हमें इस संकट से मुक्त कीजिए।
आशा है, आप शीघ्र ही उचित कदम उठायेंगे।
धन्यवाद
भवदीय,
क ख ग
अथवा
आदरणीय प्रधानाचार्य जी,
अ ब स विद्यालय,
नई दिल्ली 110018
विषय-ग्यारहवीं कक्षा में विज्ञान विषय देने का अनुरोध।
आदरणीय महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा ग्यारहवीं का छात्र हूँ। मैंने पहली कक्षा से आज तक इसी विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है और मेरे शैक्षिक परिणामों व व्यवहार से सभी अध्यापक हमेशा सन्तुष्ट रहे हैं। आपके सहयोग व दी गई शिक्षा के कारण मैंने विज्ञान विषय लेकर चिकित्सक बनने का सपना देखा है, किन्तु कक्षा दसवीं में किसी कारणवश मेरे अंक कुछ कम आने के कारण मुझे विज्ञान विषय नहीं दिया जा रहा है।
महोदय, मैं वायदा करता हैं कि मैं ग्यारहवीं कक्षा में पूरी मेहनत करूँगा व शिकायत का कोई मौका नहीं दूंगा। कृपया मुझे विज्ञान विषय देकर अनुग्रहीत करें। मैं सदा आपका आभारी रहूँगा।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी छात्र,
क ख ग
दिनांक….
प्रश्न 15.
विद्यालय में भवन निर्माण का कार्य चल रहा है। प्रधानाचार्य की ओर से छात्रों को दूसरी मंज़िल पर न जाने की सख्त हिदायत देते हुए 30-40 शब्दों में सूचना लिखिए।
अथवा
होली के अवसर पर आपकी सोसायटी ‘अन्नपूर्णा’ में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। सचिव होने के नाते 30-40 शब्दों में सूचना तैयार कीजिए। (6)
उत्तर:
रामकृष्ण विद्यालय |
सूचना दिनांक………………….. सुरक्षा नियम विद्यालय की दूसरी मंजिल पर निर्माण कार्य जारी है। सभी छात्रों को सख्त निर्देश दिए जाते हैं कि किसी भी वजह से दूसरी मंजिल पर न जाएँ। यदि कोई विद्यार्थी वहाँ पाया गया तो उसे दण्डित किया जाएगा। धन्यवाद। |
अथवा
अन्नपूर्णा सोसायटी |
सूचना दिनांक……………. हँसो-हँसाओ, होली का पर्व रंग-बिरंगा बनाओ सोसायटी के सभी सदस्यों को जानकर खुशी होगी कि 17 मार्च सायं 5 बजे से 10 बजे तक सोसायटी हॉल में| हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। चाय-पानी की व्यवस्था भी है। अधिक-से-अधिक संख्या में पधारकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएँ। धन्यवाद। |
प्रश्न 16.
‘हस्त शिल्प केन्द्र’ के लिए 25-50 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए जिसके माध्यम से ग्रामीण शिल्पकारों को आमंत्रित करना है।
अथवा
कपड़ों का नया ब्राण्ड ‘जोवाना’ बाज़ार में आया है। उसके लिए लगभग 25-50 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए। (6)
उत्तर:
हस्त शिल्प केन्द्र |
हम सभी ग्रामीण शिल्पकारों को सादर आमंत्रित करते हैं। शिल्प कला प्रदर्शनी का आयोजन-दिनांक 20 जुलाई से 25 जुलाई। स्थान-दिल्ली हाट, पीतमपुरा। इच्छुक शिल्पकार अपनी शिल्प कला की तस्वीरें 5 जून तक भेज दें व कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 10 जून तक अपना नाम निश्चित कर लें। |
अथवा
प्रश्न 17.
निम्न पंक्तियों को पूरा करते हुए लगभग 100-120 शब्दों में लघु कथा का निर्माण कीजिए
- बेजुवान जानवर…
- भावुक
- कष्टों से मुक्ति
अथवा
‘समय अमूल्य धन है।’ दिए गए प्रेरक बिंदु पर लगभग 100-120 शब्दों में लघु कथा की रचना कीजिए।
उत्तर:
बेजुबान जानवर
मुझे पशु-पक्षियों से कभी भी बहुत अधिक लगाव नहीं रहा। हाँ ठीक है घर पर जो पक्षी आते हैं उनके लिए पानी भी रखती थी, दाना भी डालती थी, उन्हें पालं, ऐसी कभी इच्छा ही नहीं हुई।
एक दिन मेरी एक मित्र पढ़ाई करने के लिए विदेश जा रही थी। उसके घर में एक पालतू कुत्ता था जिससे उसे बेहद लगाव था। जिस दिन उसे जाना था मैं उसके घर गई, उसका सामान बँधा हुआ रखा था। सब मुस्कान को विदा करने की तैयारियों में लगे थे। अचानक मेरी नजर उसके पालतू कुत्ते रॉबिन पर पड़ी। मैंने ध्यान से देखा वह सुबक रहा था। करीब जाकर देखा तो उसकी आँखें नम थीं। देखकर मैं हैरान रह गई। मुस्कान ने बताया कि इसने 2 दिन से कुछ नहीं खाया है। जब सामान बाँध रहे थे तो कभी मेरी चप्पल लेकर आता था, तो कभी मेरा तौलिया, मानो कह रहा हो कि कुछ भूल मत जाना और अब जाने का समय आया है तो रो रहा है। यह देख कर मेरी आँखें आँसुओं से भर गईं। मुस्कान को चिंता थी कि उसके जाने के बाद इसे कौन संभालेगा। मैंने उसकी चिंता दूर करते हुए कहा “इसे मैं अपने साथ लेकर जाऊँगी”। मुझे विश्वास था कि मैं रोबिन के लिए मुस्कान की कमी पूरी कर पाऊँगी। उस दिन जो मैं उसे अपने साथ लाई आज छः वर्ष हो गए, मैं कभी उसे छोड़कर कहीं नहीं गई। बहुत से मित्र जीवन में आए और गए पर इस बेजुबान जानवर से ज्यादा प्रेम मैंने किसी से नहीं पाया।
अथवा
समय अमूल्य धन है
‘समय अमूल्य धन है’- इस कथन में कितनी गहराई है यह मुझे तब समझ आया जब मैं दसवीं की परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।परीक्षाओं की तैयारी के लिए छुट्टियाँ मिल गई थीं। बोर्ड की परीक्षाओं में लगभग 2 महीने थे। लगा कि यह तो बड़ा अच्छा समय है उसको अच्छे से बिताऊँगी। कभी सहेलियों को अपने घर बुलाया तो कभी मैं उनके घर चली गई, मम्मी को जिद करके घूमने निकल गई , जब मन चाहा सो गए, जब मनचाहा उठ गई। करते-करते 8-10 दिन बीत गए। मम्मी ने कहा पढ़ाई शुरू कर दो मैंने बोला. पढ़ाई तो हो चुकी है, सिर्फ दोहराना बाकी है। 15 दिन और बीत जाने पर लगा कि कल से योजना बनाकर पढ़ाई करूँगी। हर दिन ऐसा करते-करते 20 दिन कब निकल गए पता ही नहीं चला। मेरे हाथ में केवल 25 दिन थे और विषय छः। घबराहट के मारे मेरा बुरा हाल था। जो समय मैं गँवा चुकी थी, वह मुझे वापस नहीं मिल सकता था। माँ ने मुझे समझाया जो समय बीत चुका है वह तो दोबारा नहीं आएगा, बाकी बचा हुआ जो समय उसका सही उपयोग कर लो। अभी कुछ नहीं बिगड़ा है। मैंने सुबह जल्दी उठकर रात देर तक पढ़ना शुरू किया। तीन-चार दिन ऐसा करने पर मैं बीमार पड़ गई। तेज बुखार, सर दर्द इस सब में 10 दिन व्यर्थ चले गए। अब तो ऐसा लग रहा था मानो हाथ से सब कुछ निकल गया। किसी तरह से मम्मी-पापा के सहयोग से मैंने फिर अपने आप को सँभाला, पढ़ाई शुरू की। परीक्षाएँ हो गईं, परिण पाम भी आया, पर संतोषजनक नहीं। 11वीं कक्षा में मुझे अपनी पसंद के विषय नहीं मिल पाए पर एक सीख हमेशा के लिए मिल गई कि ‘समय अमूल्य धन है, इसे व्यर्थ गँवाना नहीं चाहिए’।
प्रश्न 18.
आप रचना/रचित, आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या की सूचना नगरपालिका को देने हेतु लगभग 60 शब्दों में ई-मेल तैयार कीजिए।
उत्तर:
प्राप्तकर्ता-MCD.CO.IN
भेजने वाला[email protected]
दिनांक……………..
समय……..
विषय-आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या की शिकायत।
आदरणीय महोदय,
मैं रचना, दिल्ली विकासपुरी की नागरिक हूँ। अपने क्षेत्र में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनसे होने वाली परेशानियों से अवगत कराना चाहती हूँ। हमारे क्षेत्र में बहुत से पार्क हैं, जिनमें लोग व्यायाम करने, सैर करने तथा बच्चे खेलने के लिए हमेशा से जाते रहे हैं, किंतु कुछ सालों से वहाँ कुत्तों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि लोग जाने से घबराने लगे हैं।
अनगिनत बार कुत्तों ने अनेक लोगों को काट भी लिया है जिसके कारण लोगों के मन में डर बैठ गया है। इसके अलावा आवारा कुत्ते इधर-उधर गंदगी फैलाते हैं जो वातावरण को अस्वच्छ और दुर्गंधपूर्ण बना देता है। मेरी आपसे प्रार्थना है, कि इन सभी आवारा कुत्तों को पकड़ा जाए तथा क्षेत्र को स्वच्छ बनाने में नगर पालिका द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाए।
धन्यवाद
प्रार्थी
रचना