Students must start practicing the questions from CBSE Sample Papers for Class 11 Hindi with Solutions Set 2 are designed as per the revised syllabus.
CBSE Sample Papers for Class 11 Hindi Set 2 with Solutions
समय :3 घण्टे
पूर्णाक: 80
सामान्य निर्देश :
- प्रश्न-पत्र दो खण्डों में विभाजित किया गया है- ‘अ’ और ‘ब’।
- खंड ‘अ’ में 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे जाएँगें, जिनमें से केवल 40 प्रश्नों के ही उत्तर देने होंगे।
- खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए जाएँगें। प्रश्नों में उचित आन्तरिक विकल्प दिए जाएंगे।
- उत्तर लिखते समय प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखें।
- एक प्रश्न के सभी भाग एक साथ हल करें।
- उत्तर स्पष्ट एवं तर्कसंगत हों।
रखण्ड’अ’ : अपठित बोध
I. अपठित बोध- (15 अंक)
(अ) अपठित गद्यांश
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (1 × 10 = 10)
हमें अंग्रेज़ी से कोई गिला शिकवा नहीं है, अंग्रेज़ी की प्रभुता से है । प्रभुता हम हिन्दी को भी नहीं देना चाहते। उसे एक विशेष प्रयोजन के लिए सम्पर्क – भाषा के रूप में स्वीकार करते हैं, पर किसी दूसरी भारतीय भाषा को कुचलकर, दबाकर, या उसके हितों की अनदेखी कर के नहीं। राज्य – विशेष में उसके दैनिक व्यवहार के लिए उसी की भाषा उत्तम है । वहाँ हिन्दी को दखल नहीं देना। देश के स्वभाव और आवश्यकता के लिए हिन्दी अपरिहार्य है; आज से नहीं, लगभग एक हज़ार वर्षों से। दो भिन्न-भिन्न भाषा-भाषी परस्पर संवाद के लिए हिन्दी का ही सहारा लेते हैं। कुछ अंग्रेजी पढ़े लोग अब अंग्रेज़ी का प्रयोग करने लगे हैं, पर आम जन से बात करने में उनकी अंग्रेज़ी व्यर्थ हो जाती है और वे पुनः हिन्दी का सहारा लेते हैं। भारत के स्वभाव में द्विभाषिकता है । आज यातायात और दूरसंचार के माध्यमों के विकास से सम्पर्क – भाषा हिंदी की भूमिका बढ़ रही है, पर ऐसा नहीं है कि राज्य – विशेष में उस राज्य की भाषा उपेक्षित हो रही है । सभी भारतीय भाषाओं की उपेक्षा का कारण अंग्रेज़ी को अनावश्यक महत्त्व देना है।
1. अंग्रेज़ी की प्रभुता से क्या आशय है? (1)
(क) अंग्रेज़ी भाषा का महत्त्व
(ख) मातृभाषा
(ग) संवाद की भाषा
(घ) ये सभी
उत्तर:
(क) अंग्रेज़ी भाषा का महत्त्व
2. लेखक ने गद्यांश में हिंदी को किस के रूप में प्रयोग करने पर ज़ोर दिया है? (1)
(क) सम्पर्क भाषा के
(ख) मातृभाषा के
(ग) राजभाषा के
(घ) विदेशी भाषा के
उत्तर:
(क) सम्पर्क भाषा के
3. राज्य के दैनिक व्यवहार में किस भाषा को उचित माना जाता है ? (1)
(क) हिंदी
(ख) राज्य की भाषा
(ग) विदेशी भाषा
(घ) लोकभाषा
उत्तर:
(ख) राज्य की भाषा
व्याख्या – राज्य के दैनिक व्यवहार में राज्य की भाषा को उचित माना जाता है।
4. दो भिन्न भाषा-भाषी हिंदी का सहारा क्यों लेते हैं? (1)
(क) संवाद के लिए
(ख) गाने के लिए
(ग) जाने के लिए
(घ) पहचान के लिए
उत्तर:
(क) संवाद के लिए
5. अंग्रेज़ी किस से बात करने में व्यर्थ हो जाती है?
(क) आपस में
(ख) दफ़्तर में
(ग) घर में
(घ) आम जन से
उत्तर:
(घ) आम जन से
6. किस ने हिंदी के विकास में सहयोग किया है?
(क) प्रिंट मीडिया ने
(ख) दूरदर्शन ने
(ग) लोगों ने
(घ) यातायात ने
उत्तर:
(घ) यातायात ने
7. भारतीय भाषाओं की उपेक्षा का कारण क्या है?
(क) हिन्दी को अधिक महत्त्व देना
(ख) अंग्रेज़ी को अनावश्यक महत्त्व देना
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ख) अंग्रेज़ी को अनावश्यक महत्त्व देना
8. भारतीय भाषाओं की उपेक्षा का क्या कारण रहा? (1)
(क) अंग्रेज़ी को अनावश्यक महत्त्व देना
(ख) अपनी संस्कृति को हीन मानना
(ग) भारतीय भाषाओं के साहित्य की कमी
(घ) भारतीय भाषाओं की जानकारी का अभाव
उत्तर:
(ग) भारतीय भाषाओं के साहित्य की कमी
9. इस अवतरण को उचित शीर्षक दीजिए । 1
(क) अंग्रेज़ी की महत्ता
(ख) हिन्दी की महत्ता
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) अंग्रेज़ी की महत्ता
10. अनावश्यक शब्द में उपसर्ग है- (1)
(क) अ
(ख) अन
(ग) अना
(घ) वश्यक
उत्तर:
(ख) अन
व्याख्या – अनावश्यक शब्द में उपसर्ग है, अन। अन + आवश्यक इसका सन्धि विच्छेद होगा।
(ब) दिए गए काव्यांशों में से किसी एक काव्यांश से सम्बन्धित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (1 × 5 = 5)
मनमोहनी प्रकृति की जो गोद में बसा है।
सुख स्वर्ग-सा जहाँ है, वह देश कौन-सा है ?
जिसके चरण निरंतर रत्नेश धो रहा है।
जिसका मुकुट हिमालय, वह देश कौन-सा है ?
नदियाँ जहाँ सुधा की धारा बहा रही हैं।
सींचा हुआ सलोना, वह देश कौन-सा है ?
जिसके बड़े रसीले फल कंद, नाज, मेवे ।
सब अंग में सजे हैं, वह देश कौन- -सा है ?
जिसके सुगंध वाले, सुंदर प्रसून प्यारे ।
दिन-रात हँस रहे हैं, वह देश कौन-सा है ?
मैदान, गिरि, वनों में, हरियालियाँ महकतीं ।
आनंदमय जहाँ है, वह देश कौन-सा है ?
जिसकी अनंत वन से धरती भरी पड़ी है।
संसार का शिरोमणि, वह देश कौन-सा है ?
सबसे प्रथम जगत में, जो सभ्य था यशस्वी ।
जगदीश का दुलारा, वह देश कौन-सा है ?
1. ‘जिसके चरण निरन्तर रत्नेश धो रहा है’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए । 1
उत्तर:
इस पंक्ति का भाव है कि भारत के दक्षिण में सागर है जो कि भारत माता के चरणों को धोता है।
2. कवि ने इस देश की नदियों के जल की क्या विशेषता बताई है? (1)
उत्तर:
कवि ने इस देश की नदियों के जल को अमृत के समान बताया है। इस देश की नदियाँ सुधा की धारा के समान बहती है।
3. ‘सुख स्वर्ग – सा’ में अलंकार है- (1)
(क) यमक
(ख) उपमा
(ग) रूपक
(घ) उत्प्रेक्षा
उत्तर:
(ख) उपमा
4. ‘संसार के शिरोमणि’ की संज्ञा किस देश को दी गई है ? (1)
(क) भारत
(ख) जापान
(ग) इंग्लैण्ड
(घ) श्रीलंका
उत्तर:
(क) भारत
व्याख्या – ‘संसार के शिरोमणि’ की संज्ञा भारत देश को दी गई है।
5. पद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए । 1
उत्तर:
इस पद्यांश का उपयुक्त शीर्षक ‘भारत की महिमा’ है।
अथवा
जब-जब बाहें झुकी मेघ की, धरती का तन-मन ललका है,
जब-जब मैं गुज़रा पनघट से, पनिहारिन का घट छलका है।
सुन बाँसुरिया सदा-सदा से हर बेसुध राधा बहकी है,
मेघदूत को देख यक्ष की सुधियों में केसर महकी है ।
क्या अपराध किसी का है फिर क्या कमज़ोरी कहूँ किसी की,
जब-जब रंग जमा महफिल में जोश रुका कब पायल का है।
जब-जब मन में भाव उमड़ते, प्रणय श्लोक अवतीर्ण हुए हैं,
जब-जब प्यास जगी पत्थर में, निर्झर स्रोत विकीर्ण हुए हैं।
जब-जब गूँजी लोकगीत की धुन अथवा आल्हा की कड़ियाँ,
खेतों पर यौवन लहराया, रूप गुजरिया का दमका है।
1. प्रस्तुत पद्यांश में किसका तन-मन ललकता कहा गया है?
(क) पनिहारिन का
(ख) राधा का
(ग) धरती का
(घ) गुजरिया का
उत्तर:
(ग) धरती का
2. मेघों के झुकने पर धरती कैसी हो जाती है ? (1)
उत्तर:
मेघों के झुकने पर धरती पानी से सराबोर हो उठती है तथा हरी-भरी हो जाती है।
3. मन के भावों और प्रेम गीतों का परस्पर क्या सम्बन्ध है ? (1)
उत्तर:
मन के भावों और गीतों का आपस में गहरा सम्बन्ध बताया गया है। जब मन में भाव उमड़ते हैं उन्हीं के अनुरूप प्रणय-गीत उमड़ पड़ते हैं।
4. आल्हा किस राज्य का लोकगीत है? (1)
(क) पंजाब
(ख) महाराष्ट्र
(ग) बुंदेलखंड
(घ) गुजरात
उत्तर:
(ग) बुंदेलखण्ड
5. ‘खेतों पर यौवन लहराया, रूप गुजरिया का दमका’ का आशय क्या है? (1)
उत्तर:
वर्षा ऋतु में खेत उसी प्रकार हरे-भरे हो जाते हैं जिस प्रकार ग्रामीण स्त्रियाँ अपने प्रेमी के निकट रहने पर सौंदर्य से युक्त हो जाती है।
II. पाठ्यपुस्तक अभिव्यक्ति और माध्यम की इकाई एक से पाठ संख्या 1 तथा 2 पर आधारित बहुविकल्पात्मक प्रश्न । (1 × 5 = 5)
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए ।
1. समाचार माध्यमों के लिए पत्रकारों द्वारा किया गया लेखन कहलाता है- (1)
(क) साहित्य लेखन
(ख) पत्रकारीय लेखन
(ग) विज्ञापन लेखन
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) साहित्य लेखन
2. पीत पत्रकारिता का दूसरा नाम है- (1)
(क) अंशकालिक लेखन
(ख) पेज थ्री
(ग) खोजी
(घ) एडवोकेसी
उत्तर:
(क) अंशकालिक लेखन
3. मुद्रित माध्यम की भाषा की विशेषता है- (1)
(क) बोलचाल की भाषा का प्रयोग
(ख) लोकोक्तियों और मुहावरों का प्रयोग
(ग) लिखित भाषा का विस्तार
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी
व्याख्या – मुद्रित माध्यम को प्रिंट माध्यम भी कहते हैं। इसके अन्तर्गत समाचार -पत्र, पत्रिकाएँ तथा पुस्तकें आदि आती हैं।
4. इंटरनेट की बढ़ती लोकप्रियता की क्या वजह है ? (1)
(क) पत्रकारिता का तीव्रगामी माध्यम
(ख) तत्काल अपडेशन की सुविधा
(ग) तकनीक के साथ सामंजस्य
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी
व्याख्या – इंटरनेट पर समाचार पढ़ने, सुनने और देखने की सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं। इंटरनेट पत्रकारिता को ऑनलाइन पत्रकारिका, साइबर पत्रकारिता तथा वेब पत्रकारिता आदि नामों से भी जाना जाता है।
5. छिपे कैमरे द्वारा रिकॉर्ड कर भ्रष्टाचार को उजागर करना क्या कहलाता है ? (1)
(क) ब्रेकिंग न्यूज़
(ख) वॉयस ओवर
(ग) स्टिंग ऑपरेशन
(घ) ये सभी
उत्तर:
(ग) स्टिंग ऑपरेशन
III. पाठ्यपुस्तक आरोह भाग-1 (10 अंक)
(अ) निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती
मैं जब पढ़ने लगता हूँ वह आ जाती है
खड़ी खड़ी चुपचाप सुना करती है
उसे बड़ा अचरज होता है
इन काले चीन्हों से कैसे ये सब स्वर
निकला करते हैं।
1. प्रगतिवादी कवि कौन है? (1)
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
(ग) त्रिलोचन
(घ) ये सभी
उत्तर:
(ग) त्रिलोचन
2. कौन अक्षरों का महत्त्व नहीं जानता? (1)
(क) त्रिलोचन
(ख) चंपा
(ग) मुकेश
(घ) सीता
उत्तर:
(ख) चंपा
व्याख्या – चंपा नामक ग्वालिन-बाला अक्षरों का महत्त्व नहीं जानती।
3. चंपा के लिए अक्षर किसके समान है ? (1)
(क) काले धब्बे
(ख) लाल धब्बे
(ग) पीले धब्बे
(घ) हरे धब्बे
उत्तर:
(क) काले धब्बे
4. अचरज़ का अर्थ है- (1)
(क) आश्चर्य
(ख) अनोखा
(ग) विस्मय
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी
व्याख्या – अचरज का अर्थ है-आश्चर्य, अनोखा, विस्मय आदि।
5. ‘काले – काले’ में कौन-सा अलंकार है? (1)
(क) उपमा
(ख) रूपक
(ग) पुनरुक्ति प्रकाश
(घ) अतिश्योक्ति
उत्तर:
(ग) पुनरुक्ति प्रकाश
व्याख्या – जब कोई शब्द एक से अधिक बार आए तो वहां पुररुक्ति प्रकाश अलंकार होता है। अतः ‘काले-काले’ में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार होगा।
(ब) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
आगे भी इस देश में जो प्रधान शासक आये, अन्त में उनको जाना पड़ा। इससे आपका जाना भी परम्परा की चाल में कुछ अलग नहीं है, तथापि आपके शासन-काल का नाटक घोर दुःखान्त है, और अधिक आश्चर्य की बात यह है कि दर्शक तो क्या, स्वयं सूत्रधार भी नहीं जानता था कि उसने जो खेल सुखांत समझकर खेलना आरम्भ किया था, वह दुखांत हो जाएगा जिसके आदि में सुख था, मध्य में सीमा से बाहर का सुख था। उसका अंत ऐसे घोर दुःख के साथ कैसे हुआ ? आह ! घमण्डी खिलाड़ी समझता है कि दूसरों को अपनी लीला दिखाता हूँ । किन्तु पर्दे के पीछे एक और ही लीलामय की लीला हो रही है, यह उसे खबर नहीं !
1. लॉर्ड कर्ज़न का शासन काल कैसा था ? (1)
(क) सुखान्त
(ख) दुःखान्त
(ग) आश्चर्यजनक
(घ) ये सभी
उत्तर:
(ख) दुःखान्त
व्याख्या – लार्ड कर्जन का शासन काल दु:खान्त था।
2. किसके कारण उसे प्रजा का विरोध झेलना पड़ा ? (1)
(क) बंगाल विभाजन
(ख) गाँधी जी
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) बंगाल विभाजन
व्याख्या – बंगाल-विभाजन के कारण उसे प्रजा का विरोध झेलना पड़ा।
3. किसको सूत्रधार कहा गया है ? (1)
(क) कर्जन
(ख) एडवर्ड
(ग) बालमुकुंद गुप्त
(घ) ये सभी
उत्तर:
(ख) एडवर्ड
4. इस गद्यांश के लेखक का नाम क्या है? (1)
(क) प्रेमचन्द
(ख) बालमुकुन्द गुप्त
(ग) शेखर जोशी
(घ) जयशंकर प्रसाद
उत्तर:
(ख) बालमुकुन्द गुप्त
5. घमण्डी खिलाड़ी की संज्ञा किसे दी गई है ? (1)
(क) प्रेमचन्द
(ख) बालमुकुंद
(ग) शेखर जोशी
(घ) कर्जन
उत्तर:
(घ) कर्जन
IV. पूरक पाठ्य पुस्तक वितान भाग – 1 (10 अंक)
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 10 = 10)
1. भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ लता मंगेशकर नामक पाठ के लेखक हैं- (1)
(क) अनुपम मिश्र
(ख) प्रेमचंद
(ग) कुमार गंधर्व
(घ) हजारी प्रसाद
उत्तर:
(ग) कुमार गंधर्व
2. लता मंगेशकर के पिता का नाम था- (1)
(क) दीनानाथ
(ख) भोलानाथ
(ग) रमानाथ
(घ) गंगानाथ
उत्तर:
(क) दीनानाथ
3. लता से पूर्व किस प्रसिद्ध गायिका का ज़माना था ? (1)
(क) आशा भोंसले
(ख) उषा
(ग) नूरजहाँ
(घ) अनुराधा
उत्तर:
(ग) नूरजहाँ
4. इनमें से लता के गाने की प्रमुख विशेषता है- (1)
(क) नादय उच्चारण
(ख) आचरण
(ग) उच्चारण
(घ) ताल
उत्तर:
(क) नादय उच्चारण
5. सामान्यतः लता ने कौन-सी पट्टी में गीत गाए हैं ? (1)
(क) सामान्य
(ख) निम्न
(ग) ऊँची
(घ) मध्यम
उत्तर:
(ग) ऊँची
6. बेबी हालदार को काम दिलवाने में किस युवक ने मदद दी थी ?
(क) सुनील
(ख) भोलादा
(ग) उसके भाई
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) सुनील
व्याख्या-बेबी हालदार को सुनील ने काम दिलवाने
7. बेबी हालदार से पहले तातुश के घर में काम करने वाली की उम्र कितनी थी ? (1)
(क) 30 से 40
(ख) 35 से 40
(ग) 40 से 45
(घ) 45 से 50
उत्तर:
(ख) 35 से 40
8. बेबी हालदार कितनी पढ़ी लिखी थी ? (1)
(क) चौथी
(ख) पाँचवी
(ग) छठी
(घ) सातवीं
उत्तर:
(घ) सातवीं
व्याख्या – बेबी हालदार सातवीं क्लास तक पढ़ी लिखी थीं।
9. ताश के बच्चे तातुश को क्या कहकर बुलाते थे ? (1)
(क) पिता
(ख) बाबा
(ग) तातुश
(घ) पापा
उत्तर:
(ग) तातुश
10. बेबी हालदार के किराए के घर में कुल कितने सदस्य रहते थे? (1)
(क) तीन
(ख) दो
(ग) चार
(घ) एक
उत्तर:
(क) तीन
व्याख्या-बेबी हालदार के किराए के घर में कुल तीन सदस्य रहते थे।
खण्ड ‘ब’ : वर्णनात्मक प्रश्न
V. पाठ्य-पुस्तक अभिव्यक्ति और माध्यम से सृजनात्मक लेखन और व्यावहारिक लेखन । (20 अंक)
1. निम्नलिखित चार अप्रत्याशित विषयों में से किसी एक विषय पर रचनात्मक लेखन कीजिए – ( लगभग 120 शब्दों में) (5 × 1 = 5)
(क) ‘हिन्दी भाषा की उपयोगिता’ विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए । 5
उत्तर:
‘हिन्दी भाषा की उपयोगिता’ – हिन्दी भाषा को भारतवर्ष की राष्ट्रभाषा कहा जा सकता है। यह भाषा सिर्फ स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम का ही माध्यम नहीं है अपितु यह भारत के अधिकतर जन-जन की भाषा है। यह देश के लोगों के व्यवहार की भाषा है। आज हमारे देश में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी हिन्दी भाषा की बहुत उपयोगिता है । हिन्दी की उपयोगिता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। यह हमारे देश की राजकाज की भाषा है। इसमें ही बैंकों, आयोगों विभिन्न मन्त्रालयों तथा संस्थाओं द्वारा प्रतियोगी परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं।
यह जनसंचार का प्रमुख माध्यम है। यह मीडिया, दूरदर्शन, सिनेमा, शिक्षा जनसंचार आदि क्षेत्रों की प्रमुख भाषा है। आज इस भाषा में अनूठा साहित्य उपलब्ध है। इसमें, कहानी, कविता, उपन्यास, निबन्ध, यात्रावृत्त, संस्मरण, रेखाचित्र आदि अनेक विधाओं में श्रेष्ठ साहित्य लिखा गया है और लिखा जा रहा है। इसमें विदेशों में भी साहित्य लिखा जा रहा है। क्लर्क से लेकर IAS तक की अधिकतर परीक्षाएँ हिन्दी माध्यम में ली जा रही हैं। वैश्वीकरण के युग में हिन्दी की उपयोगिता भारत में ही नहीं बल्कि संपूर्ण संसार में है। हम सबको हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना चाहिए ताकि एक दिन यह विश्व की नम्बर एक भाषा बन सके।
(ख) नदी किनारे एक शाम आप अपने दोस्तों के साथ व्यतीत करते हैं, वहां के दृश्य का वर्णन कीजिए । 5
उत्तर:
गर्मियों की छुट्टियों के दिन थे। स्कूल जाने की चिन्ता नहीं थी और न ही होमवर्क की एक मेरे दोस्तों ने तय किया कि आज शाम नदी किनारे सैर करने चलेंगे। शायद गर्मी से कुछ राहत मिलेगी, कुछ प्रकृति के सौन्दर्य दर्शन करके मन खुश होगा हम सब शाम को 6 बजे के करीब नदी की तरफ पैदल ही चल दिए। ढलते सूर्य की लाल-लाल किरणें पश्चिम क्षितिज पर ऐसी लग रही थीं कि मानो प्रकृति रूपी युवती लाल-लाल वस्त्र पहने मचल रही हो। पक्षी अपने-अपने घौंसलों की तरफ लौटने लगे थे। हरियाली चारों तरफ छायी हुई थी। ज्यों ही हम नदी किनारे पहुँचे सूर्य की सुनहरी किरणें नदी के पानी पर पड़ती हुई बहुत ही खूबसूरत लग रही थीं ऐसे लगता था कि मानों नदी के जल में हज़ारों लाल कमल एक साथ खिल उठे हों। नदी किनारे लगे पेड़ों की पंक्ति देखकर ‘तरनि तनुजा तट तमाल, तरुवर बहु छाए’ कविता पंक्ति याद आ गई।
नदी तट के पास वाले जंगल से ग्वाले पशु चराकर अपने-अपने घरों की लौट रहे थे हम सभी मित्र बात कम, प्रकृति के रूप रस का गान अधिक कर रहे थे। थोड़े ही देर में सूर्यास्ताचल की ओर जाता प्रतीत हुआ। तभी नदी का जो जल लाल लगता था वह अब नीला दिखने लगा। बगुलों की सफेद-सफेद पंक्तियाँ उड़ते हुए उस धूमिल वातावरण में और भी अधिक सफेद लग रही थीं। प्रकृति की सुन्दरता निहारते – निहारते ऐसे खोए कि वक्त का ख़्याल ही न रहा। नदी किनारे सैर करते हुए बिताई यह शाम हमें ताउम्र याद रहेगी।
(ग) मोबाइल फोन और विद्यार्थी के अन्तःसम्बन्ध का वर्णन कीजिए । 5
उत्तर:
‘मोबाइल फोन और विद्यार्थी’ वर्तमान का युग संचार-क्रान्ति का युग है। इस युग में मोबाइल हम सबकी ज़िन्दगी का मुख्य हिस्सा बन गया है। आज मोबाइल ने हर क्षेत्र में क्रान्ति ला दी है। समाज में हर व्यक्ति अपनी-अपनी ज़रूरत के मुताबिक इसका फायदा ले रहा है। आज स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, किसी भी स्तर का ही क्यों न हो। आज मोबाइल का प्रयोग सिर्फ बातचीत के लिए ही नहीं किया जाता बल्कि विद्यार्थी इसका प्रयोग इन्टरनेट, ई-मेल, चैटिंग, रिसर्च आदि के लिए भी करते हैं। इससे घर बैठे इन्टरनेट के ज़रिए दुनियाँ के किसी भी कोने की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विद्यार्थी अपनी मनचाही सामग्री को डाउनलोड कर सकते हैं; प्रिन्ट निकाल सकते हैं। आज मोबाइल जीवन के लिए जितना उपयोगी है, उतना हानिकारक भी। जो विद्यार्थी मोबाइल का दुरुपयोग कर समय नष्ट करते हैं, वह कभी सफल नहीं होते हैं और उनको हानिकारक परिणाम भुगतना पड़ता है। सभी विद्यार्थियों को मोबाइल की अहमियत समझनी चाहिए और हमेशा मोबाइल का सदुपयोग करते रहना चाहिए।, दुरूपयोग नहीं ।
(घ) अपनी किसी ऐसी रेल यात्रा का वर्णन कीजिए, जिसे आप आज भी याद करते हैं। 5
उत्तर:
‘मेरी रेल यात्रा’ – हमारे देश में रेलवे ही एक विभाग है जो यात्रियों को टिकट देकर भी सीट की गारंटी नहीं देता। गाड़ी में घुस पाने की समस्या भी सामने आती है। कभी-कभी तो ऐसा भी होता है कि टिकट पास होकर भी आप गाड़ी में सवार नहीं हो पाते हैं फैमिली साथ हो तो यह समस्या और भी कष्ट दायक होती है। मैं एक बार दिल्ली जाने के लिए स्टेशन पर रेलागाड़ी का इन्तज़ार कर रहा था। गाड़ी 2 घण्टे लेट थी। यात्री बैचेन थे।
गाड़ी आई तो गाड़ी में सवार होने हेतु बहुत मशक्कत करनी पड़ी किस्मत अच्छी थी मैं आखिकार सवार हो गया। गाड़ी कुछ ही दूर चली ही थी कि कुछ यात्रियों के मुँह से सुना कि यह डिब्बा (जिसमें मैं बैठा था) आगरा में कट जाएगा। यह सुनकर मैं परेशानी में पड़ गया। गाड़ी रात 2 बजे आगरा स्टेशन पहुँची (जहाँ हमारा डिब्बा कटना था) और हमें दूसरे डिब्बे में सवार होना था तभी अचानक बारिश शुरू हो गई। स्टेशन पर अपना-अपना सामान उठाए लोग बारिश में भीगते हुए दूसरे डिब्बे की तरफ भागने लगे। मैं भी अपनी अटैची लेकर उतरने लगा कि एकदम से वह डिब्बा चलने लगा। मैं गिरते-गिरते बचा और अटैची लेकर जल्दी-जल्दी दूसरे डिब्बे की तरफ बढ़ने लगा। गर्मी का मौसम था और उस डिब्बे के पंखे बन्द थे । गाड़ी चली, तब हवा लगी और कुछ राहत मिली। आखिरकार मैं दिल्ली पहुँच ही गया।
2. दैनिक जागरण समाचार-पत्र के संपादक को एक पत्र लिखिए जिसमें ” अपराधी तत्वों के राजनीति में जाने से लोकतंत्र के लिए संभा वित खतरों के प्रति चिंता प्रकट की गयी हो।” 5
अथवा
अपने क्षेत्र की बिजली की समस्या की ओर बिजली विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए । 5
उत्तर:
20 ए, रोहिणी सेक्टर-4
हाइवे सिटी,
दिल्ली।
16 अप्रैल, 20………
सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक जागरण,
बहादुरशाह जफर मार्ग
नई दिल्ली-110001
विषय: अपराधी तत्वों के राजनीति में जाने से लोकतंत्र के लिए सम्भावित खतरों के संबंध में।
मान्यवर,
देश का एक ज़िम्मेदार और जागरूक नागरिक होने के नाते, मैं आपके प्रतिष्ठित तथा लोकप्रिय दैनिक अखबार के माध्यम से, अपराधी तत्वों के राजनीति में प्रवेश से लोकतंत्र के लिए संभावित खतरों के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करना चाहता हूँ।
आज देश में सभी ओर कालाबाजारी, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार भाई-भतीजावाद, जातिवाद व सांप्रदायिकता का जहर फैल रहा है। एक सामान्य कर्मचारी से लेकर शीर्षस्थ नेताओं पर भ्रष्टाचार, संबंधी आरोप समय-समय पर लगते रहे हैं। इस प्रकार भ्रष्टाचार के कारण देश की राजनीति में आपराधिक तत्व बढ़ते जा रहे हैं। हमारी भारतीय राजनीति में धन व शक्ति का ही बोलबाला है। कई नेता अत्यधिक धनाढ्य हैं तो कईयों के नामचीन अपराधियों से संबंध हैं। हमारे चुनाव भी गुणवत्ता के आधार पर नहीं होते। इसलिए योग्य व्यक्ति आगे नहीं आ पाते और स्वार्थी तथा अपराधी तत्व अपने धन व शक्ति के बल पर राजनीति में आ जाते हैं जिनमें देश के प्रति प्रेम की भावना न के बराबर होती है। इस प्रकार के लोग जब शीर्षस्थ अधिकारी हों तो प्रशासन प्रणाली को स्वच्छ रखना दुष्कर हो जाता है।
हमें अपनी राजनीति को स्वच्छ करने के लिए इन अपराधी तत्वों को हटाना ही होगा। उसके लिए आवश्यक होगा कि हम अपनी कानून-व्यवस्था और चुनाव प्रक्रिया में सकारात्मक परिवर्तन लाएँ। यह भी अत्यन्त आवश्यक है कि सभी धर्म, जाति, संप्रदाय, क्षेत्र व भाषा के लोग अपने मतभेदों को भूलकर एकजुट होकर इस पर अंकुश लगाएँ और देशहित को सर्वोपरि रखकर, मतदान द्वारा स्वच्छ छवि के लोगों को राजनीति में लाएँ।
मान्यवर, आप भी मेरी तरह इस विषय में चिंतित अवश्य होंगे। अतः आपसे अनुरोध है कि मेरे इस पत्र को अपने समाचार-पत्र में प्रकाशित कर मुझे अनुग्रहीत करें।
धन्यवाद
भवदीय
मानव गुप्ता
अथवा
सेवा में,
संपादक महोदय,
नवभारत टाइम्स,
7, बहादुर ज़फर मार्ग,
नई दिल्ली।
विषय: बिजली की समस्या के सम्बन्ध में।
महोदय,
मैं आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र के माध्यम से अधिकारी वर्ग का ध्यान अपने क्षेत्र की बिजली की समस्या की ओर आकर्षित कराना चाहता हूँ।
पिछले कुछ दिनों से हमारे क्षेत्र में बिजली आँख मिचौली करती रहती है। आजकल हमारी परीक्षाएँ चल रही हैं अतः परीक्षा की तैयारी करने में अत्यधिक परेशानी हो रही है। गर्मी के कारण हमारा शरीर पसीने से तर-बतर हो जाता जिसके कारण पढ़ने को मन नहीं करता। हमारे क्षेत्र में कुछ धनी लोग रहते हैं, जिनके पास जनरेटर तथा इनवर्टर की सुविधा है, परन्तु हम जैसे निम्न मध्यम वर्ग के लोगों की दशा बिजली चली जाने पर अत्यन्त दयनीय हो जाती है।
आजकल रात्रि के समय भी पढ़ना आवश्यक होता है, परन्तु पढ़ते समय जब बिजली चली जाती है तो बिना बिजली के घर भी भूत का डेरा लगने लगता है। एक तो परीक्षा का भूत साँस नहीं लेने देता, इसके साथ अंधेरे का भूत रही-सही कसर पूरी कर देता है अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि इन दिनों आप बिजली की आपूर्ति निरन्तर बनाये रखें। आपकी अति कृपा होगी।
भवदीय
छात्रगण
23 ए, खानपुर रोड
दिल्ली – (1)10011
दिनांक ……….
3. निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- (3 × 2 = 6)
(क) “परीक्षा में आप अनुत्तीर्ण हो गए हैं।” इस अवसर पर डायरी लेखन कीजिए । 3
उत्तर:
27 मार्च, 20XXX – आज मेरा परीक्षा परिणाम आया है, अनुत्तीर्ण होने का परिणाम सुनकर मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मेरे मित्रों ने मुझे ढास दिलाया, बाद में मुझे अपनी गलती का अहसास हुआ। मैं खेलों में ज़्यादा ध्यान देता रहा अतः अनुत्तीर्ण हो गया। अपनी गलती को सुधारने के प्रति सचेष्ट रहूंगा। मुझे अध्यापक जी का कथन याद आया कि “गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में” और मैंने निश्चय किया कि अब मैं ठीक से पढ़ाई करूँगा और अगले वर्ष अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होकर दिखाऊँगा ।
(ख) आज आपको क्रिसमस पार्टी में आमन्त्रित किया गया था। पार्टी के बारे में लगभग 100-120 शब्दों में डायरी प्रविष्टि लिखें। 3
उत्तर:
मंगलवार
25 दिसम्बर, 20xx
शाम के बाद
प्रिय डायरी
मेरे दोस्त द्वारा आज क्रिसमस पार्टी का आयोजन किया गया था। इसके लिए मैं बहुत उत्साहित था कि उसने मुझे क्रिसमस कार्निवल में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। पार्टी का समय शाम 6.30 9.30 बजे था। मैं शाम 6.30 बजे पार्टी में सम्मिलित हुआ। उसने अपने घर को गुब्बारे और रिवन से बहुत ही भव्य रूप में सजाया हुआ था। एक क्रिसमस ट्री था जिसे रोशनी और छोटे-छोटे खिलौनों से सजाया गया था 7.30 बजे हमने केक काटा और केक का आनन्द लिया। क्रिसमस शब्द शीतकालीन ठंड, सितारों, माल्यार्पण, सांता क्लॉज एवं प्लम का पर्याय है।
क्रिसमस समारोह को चिन्हित करने के लिए हममें से कई लोगों ने लाल रंग के कपड़े पहने थे। कार्निवल में लाइव बैंड द्वारा कई प्रस्तुतियाँ वातावरण को मनोरंजक बनाने वाले हल्के मधुर संगीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया । कार्निवल में एक फोटो स्टूडियो, मजेदार और यादगार क्लिकों, जादूगरों एवं अनेक प्रकार के खेलों के साथ-साथ खाने-पीने के स्टॉलों की भी बहुत शानदार पेशकश रही। इस प्रकार के उत्सव समारोह परिवार और दोस्तों के साथ खोई हुई ऊर्जा जोड़ते हैं और मस्ती का आनन्द लेते हैं। ये उत्सव लोगों की सांसारिक जीवन शैली को तोड़ने का मौका देते हैं। बहुत से उपहारों के साथ यह अवसर जीते जा सकते हैं बहुत जोश और उत्साह से भरा हुआ यह कार्निवल एक यादगार बन गया है जिसे भूलकर भी नहीं भुलाया जा सकता।
शुभ रात्रि डायरी
दीप्ति
(ग) पटकथा का निर्माण कैसे किया जाता है ? स्पष्ट कीजिए । 3
उत्तर:
फिल्म या टीवी की पटकथा का चरित्र नाटक विधा के साथ बहुत मिलता है। नाटक की भाँति पटकथा में पात्र चरित्र-चित्रण, नायक प्रतिनायक, घटनास्थल दृश्य, कहानी का क्रमिक विकास आदि सब कुछ होता है। द्वन्द्व, टकराहट और फिर समाधान यह सब पटकथा के आवश्यक तत्व या अंग होते हैं। पटकथा लेखक इन्हीं तत्त्वों को आधार बनाकर पटकथा की रचना करते हैं। आज अनेक फिल्मों व टीवी सीरियलों की पटकथाओं का निर्माण बहुत ज़्यादा मात्रा में हो रहा है। आज के वैज्ञानिक युग में कम्प्यूटर पर ऐसे सॉफ्टवेयर आ गए हैं, जिनमें कथा-पटकथा का प्रारूप बना बनाया होता है। छोटी-सी गलती भी तुरन्त पकड़ ली जा सकती है तथा उसको सुधारने के सुझाव भी दिए जाते हैं।
4. निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 40 शब्दों में) दीजिए- (2 × 2 = 4)
(क) शब्द द्वारा अक्षर परिचय से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
सामान्यतः अक्षर सीखने में बालक की रुचि नहीं होती, वह उसे निरर्थक चिन्ह जान पड़ते हैं, अतः कुछ शिक्षाशास्त्रियों का मत है कि शब्द द्वारा बालक को अक्षर ज्ञान कराया जाना चाहिए। शब्दों को वस्तु के साथ या चित्र के साथ प्रस्तुत करना उपयुक्त बताया गया है; जैसे बालक चित्रों के साथ लिखे हुए शब्दों तथा विशेष अक्षरों को देखता है;
जैसे-
त = तरबूज
त = ततराजू
त = तलवार
त = तकली
क = कलम
क = कमल
क = कटारो
क = कबूतर
(ख) शब्दकोष और सन्दर्भ ग्रन्थ में क्या अन्तर है ?
उत्तर:
एक शब्दकोष और एक सन्दर्भ ग्रन्थ के बीच कई अन्तर हैं। शब्दकोष एक बड़ी सूची या ऐसा पाठ है जिसमें शब्दों की वर्तनी, उनकी व्युत्पत्ति, व्याकरण, निर्देश, अर्थ, परिभाषा, उपयोग और पदार्थ आदि का एक साथ बैठना है। वहीं सन्दर्भ वस्तुओं के बीच एक सम्बन्ध है जिसमें एक वस्तु निर्दिष्ट करती है।
(ग) कल्पना कीजिए कि आपने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना अध्ययन पूरा कर लिया है और किसी प्रसिद्ध अखबार में पत्रकार पद के लिए आवेदन भेजना है। इसके लिए एक आवेदन-पत्र लिखिए। (3)
उत्तर:
सेवा में,
सम्पादक,
अमर उजाला,
हरिद्वार।
विषय- “पत्रकार पद के लिए आवेदन हेतु ”
महोदय,
आज दिनाङ्क 10 जुलाई, 20xx को समाचार पत्र अमर उजाला से प्रकाशित विज्ञापन के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि आपके कार्यालय को पत्रकार की आवश्यकता है। मैं इस पद के लिए अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर रहा हूँ। मेरा स्ववृत्त इस आवेदन पत्र के साथ संलग्न है। इसका अवलोकन करने पर आप मुझे इस पद के लिए उचित उम्मीदवार समझेंगे। मैं आपके विज्ञापन में वर्णित सभी योग्यताओं को पूरा करता हूँ।
मेरा संक्षिप्त विवरण निम्नलिखित प्रकार से है-
नाम- शेखर
पिता का नाम – चेतराम
जन्मतिथि – 9/10/1996
वर्तमान पता – 40, विकास नगर, हरिद्वार
स्थायी पता – 40, विकास नगर, हरिद्वार
दूरभाष- 0642-5451
चलध्वनि – 94788954xx
शैक्षणिक योग्यताएँ
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इस योग्यता के साथ-साथ में कई वर्षों से स्वतन्त्र लेखन
से भी जुड़ा हुआ हूँ। मुझे पत्रकारिता में बेहद रुचि है। मैं आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हूँ, यदि आपने मुझे कार्य करने का अवसर प्रदान किया तो मैं अपना कार्य पूरी निष्ठा से करूँगा।
आपसे अनुरोध है कि उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए मेरे आवेदन-पत्र पर सकारात्मक विचार करते हुए मुझे पद पर अवश्य नियुक्त करेंगे।
सधन्यवाद
भवदीय
मुहम्मद अनीस
VI. पाठ्य-पुस्तक आरोह भाग-1 (20 अंक)
1. निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (लगभग 60 शब्दों में) दीजिए- (3 × 2 = 6)
(क) आदिवासियों की किस विशेषता ने कवयित्री को आकर्षित किया ? (3)
उत्तर:
कवयित्री आदिवासी समाज के रीति-रिवाज़ों, मौलिक प्रवृतियों व नैसर्गिक जीवन से आकर्षित हुई क्योंकि इन्हीं विशेषताओं के कारण ही उनका समाज अपनी पहचान बनाए हुए है। उनका प्रकृति के निकट रहते हुए शहरी भागदौड़ से दूर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मस्ती में जीने के ढंग से कवयित्री प्रभावित है और ऐसे जीवन के प्रति एक खिंचाव महसूस करती है।
(ख) कवि दुष्यंत के अनुसार स्वतंत्रता मिलने के बाद समाज की स्थिति कैसी है ? कवि ने किस पर व्यंग्य किया है ? और क्यों ? (3)
उत्तर:
कवि के अनुसार स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी समाज की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। आशा तो यही थी कि शहरों में सभी सुख-सुविधाएँ उपलब्ध होंगी, लेकिन हुआ इसके विपरीत ही कहीं भी सुख-समृद्धि की झलक नहीं मिलती। कवि ने शासन-व्यवस्था पर व्यंग्य किया है। कवि कहते हैं कि राजनेता, सरकारी तंत्र, शासन व्यवस्था आदि भ्रष्ट कार्यप्रणाली के साथ कार्य करते हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद नेताओं ने जनता को आश्वासन दिए थे कि हर घर में सुख-सुविधाएँ प्राप्त होंगी, लेकिन पूरे शहर में कहीं भी ये जन सुविधाएँ प्राप्त नहीं हैं। लोगों का निर्वाह मुश्किल होता है तो वे निराश हो जाते हैं कटु सत्य तो यह है कि नेताओं के झूठे आश्वासन व जनकल्याणकारी संस्थाओं द्वारा आम आदमी के शोषण के उदाहरण देखने को मिलते रहते हैं। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लोगों का कल्याण नहीं हो पा रहा। जो संस्थाएँ लोगों के कल्याण व सुख-समृद्धि के लिए बनाई गई थीं, वही संस्थाएँ उनके जीवन के लिए दुःखदायी बन गई हैं।
(ग) ‘मुट्ठियाँ भींचकर बस वक्त निकाल लेना’ से कवि का क्या तात्पर्य है ? (3)
उत्तर:
मुट्ठियाँ भींचना का अर्थ है क्रोध दिखाना। जब लोग अपने आस-पास कुछ अन्याय या गलत होता देखते हैं तो उन्हें क्रोध आता है लेकिन वे केवल मुट्ठियाँ भींचकर रह जाते हैं उस अन्याय का, बुराई का खुलकर विरोध नहीं करते केवल विरोध का दिखावा करते हैं।
2. निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 शब्दों में दीजिए- (2 × 2 = 4)
(क) मीरा जगत को देखकर रोती क्यों है ? (2)
उत्तर:
मीरा जगत को देखकर इसलिए रोती है क्योंकि वह सोचती है कि इस जगत् के लोगों में विवेक नहीं है, वे नहीं जानते कि संसार मिथ्या है, नश्वर है, यहाँ की प्रत्येक वस्तु क्षणिक है, सारहीन है जगत् के लोग भ्रमित होकर सांसारिक विषय वासनाओं में भटक रहे हैं। उन्हें समझ नहीं है कि भगवद् प्रेम ही शाश्वत है, उसे ही प्राप्त करने के लिए प्रयत्न करना चाहिए न कि सांसारिक विषय वासनाओं को।
(ख) ‘साये में धूप’ गज़ल के कवि किस बदलाव के पक्ष में है ? (2)
उत्तर:
‘साये में धूप’ गजल में कवि शोषित लोगों के मन में क्रान्ति की ज्वाला सुलगाना चाहता है। कवि को पक्का विश्वास है कि उसे अधिकारों के लिए, सच्ची स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष करना होगा। इसीलिए वह इस बदलाव के पक्ष में है।
(ग) आप अपने शहर या बस्ती की किन चीजों को बचाना चाहेंगे ? (2)
उत्तर:
हम अपने शहर और बस्ती को पर्यावरण प्रदूषण तथा प्राकृतिक संपदा के विनाश से बचाना चाहेंगे। उसके नष्ट होते नैसर्गिक सौन्दर्य को बचाना चाहेगें। हम अपने शहर को पाश्चात्य की अंधानुकरण की प्रवृति व अमर्यादित सभ्यता से बचाना चाहेंगे। हम लोगों को जीवन की जड़ता व ठहराव से बचाना चाहेंगे उन्हें निराशावादी व अविश्वास की प्रवृति से बचाना चाहेंगे।
3. निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(क) आठ करोड़ प्रजा के गिड़गिड़ाकर विच्छेद न करने की प्रार्थना पर आपने जरा भी ध्यान नहीं दिया- यहाँ किस ऐतिहासिक घटना की ओर संकेत किया गया है ? (3)
उत्तर:
भारत में बंग-भंग अर्थात् बंगाल विभाजन की घटना ऐतिहासिक महत्व की है। लॉर्ड कर्जन ने भारत में नित्य प्रति होने वाली क्रांतिकारी घटनाओं का समाधान करने के लिए एक कूटनीतिक योजना बनाई। इसके अंतर्गत उसने बंगाल का विभाजन करने की योजना बनाई। भारत की जनता कर्जुन के कलुषित इरादों को समझ गई । अतः बंगाल की आठ करोड़ जनता ने बंग-भंग का पुरजोर विरोध किया ही, पूरा भारत इसके विरुद्ध खड़ा हो गया। इस घटना ने स्वतंत्रता आन्दोलन की चिंगारी को और अधिक भड़का दिया।
(ख) आज़ादी से पहले भारत निर्माण को लेकर नेहरू जी के क्या सपने थे ? क्या आज़ादी के बाद वे साकार हुए ? चर्चा कीजिए । (3)
उत्तर:
आज़ादी के पहले भारत निर्माण के संबंध में नेहरू जी के सपने एक ऐसे देश का निर्माण करने के थे जहाँ किसान की समस्याएँ दूर हो जाएँगी। उन्हें जमींदार व महाजनों से मुक्ति मिलेगी। सबको वर्ग-भेद सहित उन्नति के समान अवसर प्राप्त होंगे देश में औद्योगिक क्रांति आएगी। पुलिस के अत्याचार से मुक्ति होगी तथा विज्ञान व तकनीकी शिक्षा का विकास होगा।
आजादी के बाद नेहरू के सपने अभी आंशिक रूप में ही साकार हो पाए हैं। किसानों के जमींदारों व महाजनों के चंगुल से तो काफी हद तक मुक्ति मिली है। देश में विज्ञान व तकनीकी शिक्षा का विकास हुआ है लेकिन पुलिस के अत्याचारों से मुक्ति अभी दूर की कौड़ी है।
(ग) ‘जामुन का पेड़ ‘ कहानी का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए । (3)
उत्तर:
कहानी ‘जामुन का पेड़ एक व्यंग्य प्रधान कहानी है। इस कहानी में लेखक कृश्न चन्दर ने सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली पर व्यंग्य किया है। सरकारी विभाग में हर काम एक लम्बी प्रक्रिया से गुजरता है कोई विभाग या व्यक्ति स्वयं ज़िम्मेदारी न लेकर दूसरे पर डालता रहता है आम आदमी दफ्तरों के चक्कर लगाता रहता है और सरकार संवेदनहीन बनी कागज़ी कार्यवाही में लगी रहती है।
4. निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 शब्दों में दीजिए- (2 × 2 = 4)
(क) बादशाह के नाम का प्रसंग आते ही लेखिका की बातों में मियाँ नसीरुद्दीन की दिलचस्पी क्यों खत्म होने लगी ? (2)
उत्तर:
बादशाह के नाम का प्रसंग आते ही मियाँ नसीरुद्दीन की रुचि लेखिका की बातों में इसलिए कम होने लगी क्योंकि मियाँ की ये सब बातें पुरखों से सुनी-सुनाई थीं। ठीक से सब बातों और तथ्यों का महत्व न जाना था, न उन्हें इनकी जरूरत पड़ी थी इसलिए लेखिका के प्रश्न को सुनकर वह मुश्किल में पड़ गये और यह न बता सके कि किस बादशाह के यहाँ उनके पुरखे नानवाई का काम करते थे।
(ख) फ़िल्म की शूटिंग के समय फ़िल्मकार को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ा ? (2)
उत्तर:
शूटिंग के दौरान निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ा-
- पैसों की समस्या
- पात्रों के चयन की समस्या
- प्राकृतिक समस्या (बारिश, धूप, ओलावृष्टि आदि )
- पात्रों की मृत्यु या अनुपस्थिति ।
(ग) विचारिए तो, क्या शान आपकी इस देश में थी और अब क्या हो गई ? कितने ऊँचे होकर आप कितने नीचे गिरे । आशय स्पष्ट कीजिए । (2)
उत्तर:
लार्ड कर्ज़न को भारत में जैसा मान-सम्मान और जैसी शान-शौकत भोगने को मिली, वैसी किसी भी अन्य वायसराय को नहीं मिली होगी। दिल्ली दरबार में उसकी कुर्सी सोने की थी । उसके एक इशारे पर देश के धनी माने जाने वाले लोग और महाराजा हाथ बाँधे खड़े रहते थे। उसने अपने संकेत भर से बड़े-बड़े राजाओं को मिट्टी में मिला दिया और नाचीज़ों को आसमान तक ऊँचा उठा दिया। कहाँ तो उसकी ऐसी ऊँची आन-बान थी और कहाँ ऐसी हालत हो गई कि एक अदना सा फौजी अफसर भी उसकी सिफारिश पर नहीं रखा गया, उल्टे उसी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। किस्मत ने क्या खेल दिखाया है।